जालंधर (अरोड़ा) :- जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जालंधर निरभऊ सिंह गिल तथा सीजेएम- कम-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जालंधर राहुल कुमार के कुशल मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 को बड़े उत्साह के साथ मनाया। कार्यक्रम का आयोजन जिला न्यायालय परिसर में किया गया, जिसमें कानूनी पेशेवरों, कर्मचारियों, लीगल एड डिफेंस काउंसल, पैरा लीगल वालंटियर्स तथा आम जनता ने सक्रिय रूप से भाग लिया। हर वर्ष 21 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग के अभ्यास के असंख्य लाभों के बारे में वैश्विक जागरूकता पैदा करना है। इस वर्ष की थीम “एक ग्रह, एक स्वास्थ्य योग” सभी के लिए कल्याण तथा न्याय तक पहुंच को बढ़ावा देने के जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मिशन से गहराई से जुड़ी हुई है।
शांति, सद्भाव तथा तनाव मुक्त जीवन को बढ़ावा देने में योग के महत्व पर जोर दिया गया। योग प्रशिक्षक स्मिता कपूर, कुसम गुप्ता और पूनम राजपूत ने प्रतिभागियों को विभिन्न आसन, प्राणायाम और ध्यान तकनीकों का अभ्यास कराया। इस अवसर पर हरनेक सिंह, विमल सचदेवा, युवराज सिंह और जगन नाथ ने कहा कि कानूनी जागरूकता की तरह योग भी व्यक्ति को सशक्त बनाता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का यह उत्सव जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रदान की जाने वाली मुफ्त कानूनी सेवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने का भी अवसर था। जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, जालंधर कानूनी सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत काम करता है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को मुफ्त और प्रभावी कानूनी सेवाएं प्रदान करना, आपसी विवादों के समाधान के लिए लोक अदालतें स्थापित करना और लोगों में कानूनी साक्षरता और जागरूकता फैलाना है। इस दौरान टोल फ्री नंबर 15100 के बारे में भी जानकारी दी गई।