पंजाब विधानसभा स्पीकर ने संत अवतार सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित की

निर्मल कुटिया सीचेवाल में श्रद्धा व सम्मान के साथ मनाई मंत अवतार सिंह जी की 37वीं पुण्यतिथि संत अवतार सिंह जी की शिक्षाओं के कारण पंजाब की नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने में संत सीचेवाल का योगदान महत्वपूर्ण: कुलतार सिंह संधवां धरती को वृक्ष लगा कर ही हम ग्लोबल वार्मिंग से राहत पा सकेंगे: संत सीचेवाल

जालंधर (अरोड़ा) :- पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने निर्मल कुटिया सीचेवाल में श्रीमंत संत अवतार सिंह जी की 37वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि संत अवतार सिंह की शिक्षाओं के कारण ही राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब की नदियों और दरियाओं को प्रदूषण मुक्त बनाने में अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि चाहे वह बाबा नानक की पवित्र बेईं हो, चाहे वह चिट्टी बेईं हो या फिर बुड्ढा दरिया हो। संधवां ने कहा कि लुधियाना का बुड्ढा नाला अब नई दरिया में तब्दील हो रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के क्षेत्र में किए जा रहे ऐसे महान कार्यों के कारण राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल जी विश्व में एक मिसाल बन गए है। उन्होंने कहा कि बुड्ढा दरिया के बारे में अब तक केवल बातें ही होती रही है, जबकि संत सीचेवाल जी ने इस बड़े और महान कार्य की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि गुरू साहिब स्वयं इस कार्य को पूरा होने का आशीर्वाद देंगे। संधवां ने कहा कि जिस नदी में जीवन ना हो, वह नदी जीवित नहीं होती। उन्होंने कहा कि संत अवतार सिंह जी की शिक्षाओं का प्रभाव पूरी दुनिया देख रही है और संत सीचेवाल इन शिक्षाओं पर चलकर महान कार्य कर रहे है। पंजाब विधानसभा के स्पीकर ने गेहूं की पराली को जलाने पर चिंता व्यक्त की और कहा कि पर्यावरण को प्रदूषित करना गुरु साहिब की शिक्षाओं के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि आइए हम सब पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें और अपने पंजाब को हरा-भरा और रंगला पंजाब बनाएं। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया तथा प्राकृतिक जल संसाधनों को बचाने के लिए मिलकर काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब तक पृथ्वी पर पेड़ नहीं लगेंगे, ग्लोबल वार्मिंग से राहत नहीं मिल सकती। संत सीचेवाल ने कहा कि बुड्ढा दरिया पंजाब का सबसे प्रदूषित दरिया है। इसमें किसी बाहर वाले ने गंदगी नहीं डाली है, बल्कि यह हमारी लापरवाही और जिम्मेदार अधिकारियों की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों से बचने की कोशिश है। समागम के दौरान दूर-दूर से आए संतों, महापुरुषों, बुद्धिजीवियों और राजनीतिक नेताओं ने संत अवतार सिंह जी को पुष्पांजलि अर्पित की। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने उपस्थित संगत को संत अवतार सिंह जी के जीवन के बारे में जानकारी दी तथा बताया कि किस प्रकार उनकी वाणी के कारण सीचेवाल आज पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। आए वक्ताओं ने कहा कि संत अवतार सिंह जी ने इस गांव में गुरबाणी व पर्यावरण के प्रति जो जोत जगाई, उसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है। समारोह के दौरान संत सीचेवाल ने विधानसभा स्पीकर को बूटा प्रसाद से सम्मानित भी किया। इस अवसर पर निर्मला पंचायती अखाड़ा के महंत ज्ञानी ज्ञान देव सिंह जी, संत तेजा सिंह एमए, दर्शन शास्त्री, संत मंडल अध्यक्ष संत संतोख सिंह थला, महासचिव संत जीत सिंह रड़ा, संत अमरीक सिंह खुखरैण, संत सुखवंत सिंह, हलका विधायक दसूहा करमवीर सिंह घुम्मन, आप हलका प्रभारी पिंदर सिंह पंडोरी, डी.एस.पी. शाहकोट से ओंकार सिंह बराड़, कनाडा से अपना रेडियो की वरिष्ठ पत्रकार मनधीर कौर और अन्य हस्तियां मौजूद रही। इससे पहले निर्मल कुटिया के हजूरी रागी भाई तेजिंदर सिंह के जत्थे ने विविध कीर्तन किया। संत सुखजीत सिंह ने मंच सचिव की भूमिका निभाई।

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