जालंधर (अरोड़ा) :- हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर ने एक बार फिर राष्ट्रीय मंच पर अपने लिए एक जगह बनाई है, जिसे ग्रैंड ज्यूरी उच्च शिक्षा रैंकिंग 2025-26 के तहत एजुकेशन वल्र्ड द्वारा कौशल विकास और शिक्षा में सर्वश्रेष्ठ संस्थान के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रिंसिपल प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के गतिशील और दूरदर्शी नेतृत्व में कॉलेज ने अकादमिक और कौशल आधारित उत्कृष्टता के स्वर्णिम युग में प्रवेश किया है, जिसने अपने चमकते मुकुट में एक और शानदार पंख जोड़ा है। इस उल्लेखनीय मान्यता के साथ, एचएमवी गर्व से पंजाब में नंबर 1 और भारत में नंबर 7 पर खड़ा है, जो इसके अत्याधुनिक, करियर-केंद्रित और अभिनव कौशल विकास पहलों का प्रमाण है। प्रतिष्ठित ग्रैंड ज्यूरी, जिसमें प्रख्यात शिक्षाविद् और विचारक शामिल थे, ने इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए देश भर की कई प्रतिष्ठित प्रविष्टियों में से एचएमवी का चयन किया। प्रोजैक्ट कोआर्डिनेटर डॉ अंजना भाटिया ने बताया कि यह पुरस्कार एचएमवी की अग्रणी कौशल विकास परियोजनाओं पर आधारित है, जिसमें महिला सशक्तीकरण और हाशिए के वर्गों के बीच कौशल वृद्धि के लिए समावेशी आउटरीच पर विशेष ध्यान दिया गया है। नई दिल्ली में आयोजित भव्य पुरस्कार समारोह में भारत के सबसे उत्कृष्ट उच्च शिक्षा संस्थानों की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया। सम्मान प्राप्त करने पर, प्रिंसिपल डॉ अजय सरीन ने डीएवीसीएमसी, नई दिल्ली के मार्गदर्शकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और समर्पित फैकल्टी, मेहनती कर्मचारियों, उत्साही छात्रों और सहायक हितधारकों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने प्रधान डीएवीसीएमसी पद्मश्री डॉ. पूनम सूरी, शिव रमन गौड़, डायरेक्टर हायर एजुकेशन डीएवीसीएमसी और जस्टिस (रिटा) एन के सूद, उप- प्रधान डीएवीसीएमसी एवं चेयरमैन लोकल एडवाइजरी कमेटी के अटूट समर्थन की सराहना की, जिनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन ने संस्थान को सफलता के नए शिखर छूने के लिए प्रेरित किया।
