जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय, जालंधर में प्राचार्य प्रो. डॉ. अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में लिंकेज प्रोग्राम के तहत भारत-माल्टा संबंध — स्वतंत्रता पूर्व और स्वतंत्रता पश्चात पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माल्टा गणराज्य के हाई कमिश्नर श्री रूबेन गौसी उपस्थित रहे। सम्मानित अतिथियों में साहिल टंडन मैनेजिंग डायरेक्टर ए एण्ड जेड एक्सपोर्ट्स इंटरनेशनल, जालंधर, जे.के. टंडन चेयरमैन ए एण्ड जेड एक्सपोर्ट्स इंटरनेशनल, जालंधर एवम् रेखा टंडन डायरेक्टर ए एण्ड जेड एक्सपोर्ट्स इंटरनेशनल, जालंधर उपस्थित थे। एनसीसी कैडेटों द्वारा गणमान्य अतिथियों को औपचारिक रूप से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया जो संस्थान के गर्मजोशी भरे आतिथ्य और अनुशासित भावना का प्रतीक है। प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन, डीन यूथ वेलफेयर डॉ. नवरूप और प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डॉ. रमनीता सैनी शारदा ने प्लांटर भेंट कर सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया।

अपने स्वागत भाषण में डॉ. सरीन ने भारत-माल्टा के बीच मजबूत होते संबंधों पर हार्दिक खुशी व्यक्त की और अतिथियों को भाई-बहन कहकर संबोधित किया, जिससे वैश्विक भाईचारे की भावना पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि एचएमवी को शैक्षिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से देशों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करने पर गर्व है। डॉ. रमनीता सैनी शारदा ने अपने संबोधन में इस पहल को वसुदेव कुटुम्बकम भाव पर आधारित बताया, जिसका उद्देश्य शांति, समझ और वैश्विक भाईचारे को बढ़ावा देना है। उन्होंने इस आयोजन को आपसी सम्मान और सहयोग पर आधारित द्विपक्षीय संबंधों के विकास का समारोह बताया। हाई कमिश्नर रूबेन गौसी ने अपने संबोधन में माल्टा की स्वतंत्रता को मान्यता देने और राजनयिक संबंध शुरू करने वाला पहला देश होने के लिए भारत को धन्यवाद दिया। अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के मानवीय तत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि देशों के बीच संबंध अंतत: लोगों के बारे में होते हैं, न कि केवल सरकारों के बारे में। एचएमवी के लिए प्रशंसा व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, जहां महिलाएं नेतृत्व करती हैं, वहां विलक्षणता होती है और उन्होंने कॉलेज की महिला सशक्तिकरण के एक मॉडल के रूप में प्रशंसा की। उन्होंने स्वतंत्रता से पहले और बाद में भारत-माल्टा संबंधों का भी विस्तृत विवरण दिया। दोस्ती के प्रतीक के रूप में सभी मेहमानों को मित्रता रूपी बंधन बांधे गए, जो मजबूत संबंधों और आपसी सम्मान का प्रतीक है। गौसी ने छात्रों के साथ बातचीत भी की और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया, जिससे शैक्षणिक और सांस्कृतिक अनुभव को और समृद्ध किया गया। गणमान्य व्यक्तियों को पंजाबी गर्मजोशी और संस्कृति को दर्शाते हुए स्मृति चिन्ह और पारंपरिक फुलकारी से सम्मानित किया गया। रूबेन गौसी ने एचएमवी परिवार को स्नेह का प्रतीक भेंट करके इस भाव का प्रत्युत्तर दिया। डॉ. रमनीता सैनी शारदा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। मंच-संचालन प्रोतिमा द्वारा किया गया।