जालंधर (अरोड़ा) :- एमएलयू डीएवी कॉलेज फगवाड़ा में जनमेजा सिंह जोहल की अध्यक्षता में फोटोग्राफी, पेंटिंग और लेखन पर एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया। यह सत्र प्रिंसिपल डॉ. किरणजीत रंधावा की देखरेख में आयोजित किया गया। छात्रों ने श्रोताओं के रूप में सक्रिय रूप से भाग लिया और अपने प्रश्नों, चिंताओं का आदान-प्रदान किया और इस सांस्कृतिक और कलात्मक प्रकृति के मिश्रण के लिए अपनी रुचि दिखाई। उन्होंने पर्यावरण, पंजाबी सीखने पर कई किताबें लिखी हैं और लगभग 35,000 पुस्तकों का डिजिटलीकरण किया है। जनमेजा सिंह जोहल ने कला और संस्कृति में अपनी रुचि के बारे में बात की और छात्रों को इस प्रक्रिया में आगे आने और कला के माध्यम से जीवन और प्रकृति का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रोत्साहित किया, चाहे वह फोटोग्राफी हो, पेंटिंग हो या लेखन। उन्होंने इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि कला में अपनी महान भावना और आकर्षण के साथ जीवन को ढालने की जबरदस्त शक्ति है। अपने विचार व्यक्त करते हुए प्राचार्य ने कहा कि कला और संस्कृति साझा संवेदनाओं, मूल्यों की अभिव्यक्ति है और इसमें अच्छे समाज का निर्माण करने की क्षमता है। एमएलयू डीएवी कॉलेज हमेशा ऐसे प्रेरक आयोजनों के लिए समर्पित है।
