जालंधर (अरोड़ा) :- लायलपुर खालसा फॉर वूमेन जालंधर की पंजाबी विभागाध्यक्ष तथा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी शिमला की एसोसिएट डॉ. अकाल अमृत कौर की नौवीं पुस्तक का विमोचन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी , शिमला के सचिव श्री मेहर चंद नेगी, प्रेम चंद सलाहकार अकादमिक संसाधन तथा यू.के. कॉमनवेल्थ फेलो द्वारा किया गया तथा इसे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी के निदेशक प्रोफेसर रघुवेंद्र तिवारी को भी भेंट किया गया। डॉ. अकाल अमृत कौर तथा डॉ. के. मणि भगवती, केंद्रीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक ने भी पुस्तक पर अपने विचार प्रस्तुत किए। अध्ययन एवं अध्यापन के क्षेत्र में स्थापित व्यक्तित्व डॉ. अकाल अमृत कौर ने इससे पहले 8 पुस्तकें, विभिन्न पत्रिकाओं एवं पुस्तकों में 70 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं तथा लगभग 55 अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय संगोष्ठियों एवं सम्मेलनों में अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं। भारत विद्या रत्न अवार्ड से सम्मानित डॉ. अकाल अमृत ने यू.जी.सी. का एक शोध प्रोजेक्ट भी किया है। उनकी देखरेख में 1 पी.एच.डी. तथा 1 एम.फिल. के अलावा दो शोध प्रोजेक्ट भी पूरे हो चुके हैं। वह पंजाब साहित्य अकादमी, चंडीगढ़ की कार्यकारी सदस्य भी हैं तथा तीन वर्षों तक गुरु नानक देव विश्वविद्यालय की कॉलेज विकास परिषद की सदस्य भी रही हैं और बोर्ड ऑफ स्टडीज की सदस्य तथा विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोध पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड का हिस्सा हैं। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. नवजोत ने डॉ. अकाल अमृत कौर की इस विशेष उपलब्धि के लिए प्रशंसा की तथा कहा कि वह एक ऐसी विद्वान शख्सियत हैं जो कॉलेज के अध्यापकों तथा विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. अकाल अमृत एक समाज सेविका हैं जो कॉलेज के जरूरतमंद विद्यार्थियों की शिक्षा को हमेशा ध्यान में रखती हैं तथा उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान करती हैं। वह कॉलेज की शोध तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में उचित मार्गदर्शन प्रदान करने में भी अग्रणी रहती हैं। प्रिंसिपल डॉ. नवजोत मैडम ने उनकी सभी जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निभाने के लिए प्रशंसा की।
