दिल्ली/जालंधर (ब्यूरो) :- 1 जनवरी 2025 से शुरू होने वाला एनएसएस का अस्सीवाँ दौर (80वाँ) स्वास्थ्य पर डेटा एकत्र करने और स्वास्थ्य और दूरसंचार/ शिक्षा संबंधी संकेतकों पर जानकारी एकत्र करने के लिए ‘व्यापक मॉड्यूलर सर्वेक्षण’ के लिए निर्धारित है। घरेलू सामाजिक उपभोग स्वास्थ्य’ पर सर्वेक्षण समाजार्थिक संकेतकों पर सूचना की उभरती हुई आवश्यकता को पूरा करने के लिए शुरू किया गया है। यह सर्वेक्षण हमें देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न आयु समूहों में रुग्णता की व्यापकता दर का निर्धारण करने में मदद करेगा और सार्वजनिक और निजी चिकित्सा क्षेत्र से प्राप्त उपचार पर होने वाले व्यय, जिसमें ‘आउट ऑफ पॉकेट व्यय’ पर विशेष जोर दिया जाएगा, की जांच सर्वेक्षण द्वारा की जाएगी। सर्वेक्षण में एकत्र किए गए डेटा से उन लोगों का आकलन करने में भी मदद मिलेगी जो कुछ व्यापक संक्रामक रोगों से प्रभावित हैं। शिक्षा पर व्यापक मॉड्यूलर सर्वेक्षण (सीएमएस) का उद्देश्य शिक्षा से संबंधित संकेतकों पर जानकारी एकत्र करना और प्रदान करना है।

एकत्रित आंकड़ों का उपयोग संबंधित मंत्रालयों/विभागों द्वारा वैश्विक सूचकांकों की रिपोर्टिंग के लिए भी किया जाएगा। सर्वेक्षण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के अधिकारियों के लिए दो दिवसीय सम्मेलन 08 अप्रैल, 2025 से राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, क्षेत्रीय कार्यालय जालंधर में आयोजित किया जा रहा है , जो पंजाब उत्तर क्षेत्र में सर्वेक्षण का संचालन करेंगे। सम्मेलन का उद्घाटन एनएसओ के फील्ड ऑपरेशन डिवीजन (एफओडी) की संयुक्त निदेशक और पंजाब (उत्तर) की क्षेत्रीय प्रमुख पल्लवी अग्रवाल वास्तव द्वारा एनएसओ क्षेत्रीय कार्यालय जालंधर के उप निदेशक हरबिलास, एनएसओ एसआरओ अमृतसर में सहायक निदेशक हर्षा चड्ढा, एनएसओ एसआरओ होशियारपुर में सहायक निदेशक गुरप्रीत सिंह की उपस्थिति में किया जाएगा।