जालंधर(अरोड़ा) :- डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर के इको-क्लब और वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा 8 मार्च, 2025 को डी.ए.वी. कॉलेज और ट्रिनिटी कॉलेज, जालंधर के बीएससी (मेडिकल) के छात्रों के लिए ‘एसेंशियल ऑयल: शाकनाशियों के लिए पर्यावरण के अनुकूल विकल्प’ शीर्षक से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को एमओईएफसीसी, भारत सरकार के पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम के तहत पीएससीएसटी, चंडीगढ़ और सीडीसी, जीएनडीयू, अमृतसर द्वारा वित्तीय रूप से
समर्थित किया गया था।




कार्यक्रम के आरंभ में डॉ. सपना शर्मा (कार्यक्रम समन्वयक) ने सभी का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूप रेखा पर प्रकाश डाला। डॉ. कोमल अरोड़ा(विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान और इको-क्लब समन्वयक) ने छात्रों को प्राकृतिक शाकनाशियों के महत्व और पर्यावरण पर रासायनिक शाकनाशियों के नकारात्मक प्रभावों से अवगत कराया। कार्यक्रम के बाद प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें 19 विद्यार्थियों ने भाग लिया। समापन सत्र की अध्यक्षता उप प्राचार्य डॉ. एस. के. तुली ने की। उन्होंने अभिनव और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित करने में वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रयासों की सराहना की। कार्यशाला के सफल समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। डॉ. कोमल अरोड़ा ने छात्रों को पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं में शामिल करने के लिए निरंतर प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर वनस्पति विज्ञान विभाग के शिक्षण संकाय सदस्य- डॉ. लवलीन और डॉ. शिवानी वर्मा और गैर-शिक्षण कर्मचारी माली राम देव, श्री सुशील कुमार और सुश्री नीतू भी उपस्थित रहे । अंत में, प्रतिभागियों के लिए जलपान के बाद एक समूह तस्वीर में स्मृति को कैद किया गया।