जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- कन्या महा विद्यालय (स्वायत्त) की प्राध्यापिकाएं डॉ. संगीता प्रशर, सहायक प्रोफेसर, पीजी विभाग भौतिकी, और डॉ. टैंक सिंदरपाल कबल सिंह, सहायक प्रोफेसर, पीजी विभाग रसायन शास्त्र, ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ब्रिटिश काउंसिल के सहयोग से यूके-इंडिया एजुकेशन एंड रिसर्च इनिशिएटिव के तहत आयोजित चार दिवसीय ‘लीडरशिप डेवलपमेंट वर्कशॉप’ में भाग लिया। यह कार्यशाला भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैदराबाद के सेंटर ऑफ कंटिन्यिंग एजुकेशन में आयोजित की गई थी। गौरतलब है कि इस प्रभावशाली कार्यशाला में भाग लेने वाला पंजाब का एकमात्र संस्थान केएमवी था। यह कार्यशाला ‘वीमेन इन स्पेस एंड अलाइड साइंसेज लीडरशिप प्रोग्राम’का हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य शुरुआती और मध्य-स्तर की महिला वैज्ञानिकों को नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए सशक्त बनाना था। इस पहल के तहत अंतरिक्ष विज्ञान में कौशल अंतर को समाप्त करने, नेतृत्व पहचान को विकसित करने, संवाद संबंधी चुनौतियों को दूर करने और प्रभावी निर्णय लेने के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार, प्रशासन व वित्तीय प्रबंधन में विशेषज्ञता प्राप्त करने पर विशेष ध्यान दिया गया। कार्यशाला में प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन किया, जिनमें कोवेंट्री विश्वविद्यालय, यूके की प्रोफेसर सरिया चेरूवलिल-कॉन्ट्रैक्टर और एसोसिएट प्रो. डॉ. रामी एम. अयूबी, साथ ही भारत के प्रमुख वैज्ञानिक विशेषज्ञ शामिल थे। इंटरैक्टिव सत्रों, मेंटरिंग और व्यावहारिक अंतर्दृष्टियों के माध्यम से प्रतिभागियों ने नेतृत्व, तकनीकी एवं रणनीतिक कौशल और प्रभावी प्रशासन मॉडल पर वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं का अनुभव प्राप्त किया। इस कार्यक्रम मेंड्राइविंग इनोवेशन टू इम्पैक्ट: आईपीआर और टेक्नोलॉजी कमर्शियलाइज़ेशन, वैज्ञानिक नेतृत्व में नैतिकता और शासन, नेतृत्व विशेषताएँ और करियर विकास मार्ग, शैक्षणिक संस्थानों में वित्तीय प्रबंधन, नेतृत्व में बातचीत, प्रभाव और सॉफ्ट पावरजैसे महत्वपूर्ण सत्र शामिल थे। अपनी इस उपलब्धि पर बोलते हुए, डॉ. संगीता प्रशर और डॉ. टैंक सिंदरपाल ने उन्हें यह अवसर प्रदान करने के लिए प्राचार्य प्रो. डॉ. अतीमा शर्मा द्विवेदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैडम प्रिंसिपल के गतिशील नेतृत्व ने केएमवी में सतत अधिगम और पेशेवर विकास की संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्राचार्य प्रो. डॉ. अतीमा शर्मा द्विवेदी ने दोनों प्राध्यापिकाओं को इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता केएमवी के लिए अत्यंत गर्व की बात है। उनकी उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता न केवल हमारे संस्थान के लिए सम्मान लेकर आई है, बल्कि विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों को भी महानता की ओर प्रेरित करती है।
