नए अकादमिक सत्र में केमिस्ट्री डिपार्टमेंट मुख्य कैम्पस में शुरू होंगे बी.एस.सी एवं एम.एस.सी मेडिकल लैब साइंसेस कोर्सेस
जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के.गुज़राल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) के कुलपति प्रो (डा) सुशील मित्तल ने यूनिवर्सिटी के विभिन्न अकादमिक विभागों की वार्षिक प्रोग्रेस रिपोर्ट लेनी शुरू की है! कुलपति प्रो (डा) सुशील मित्तल ने बताया कि इससे यूनिवर्सिटी के विभिन्न अकादमिक विभागों की जरूरतों को करीब समझने के अवसर मिलेगा तथा सबंधित विभाग जुड़े नए एवं जरूरी काम शुरू करने का पता चलेगा! कुलपति प्रो मित्तल वार्षिक अवलोकन को विभागीय प्रोग्रेस का उत्तम जरिया मानते हैं!


पहली प्रोग्रेस रिपोर्ट यूनिवर्सिटी के मुख्य कैम्पस के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट ने पेश की! केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के हेड प्रो (डा) गौरव भार्गव ने कुलपति के समक्ष विभाग के सभी फैकल्टी मेंबर्स की तरफ से रिसर्च एवं अकादमिक क्षेत्र में किये कार्यों को साँझा किया! उन्होंने बताया कि वर्तमान में मार्केट में बी.एस.सी (केमिस्ट्री -ऑनर्स) एवं एम.एस.सी (केमिस्ट्री) के साथ-साथ बी.एस.सी (मेडिकल लैब साइंसेस), बी.एस.सी (कंप्यूटर साइंस), एम.एस.सी (मेडिकल लैब साइंसेस – बायो-केमिस्ट्री) की डिमांड भी बढ़ी है!इस अकादमिक वर्ष 2025 – 26 से यूनिवर्सिटी मुख्य कैम्पस में बी.एस.सी (केमिस्ट्री -ऑनर्स) एवं एम.एस.सी (केमिस्ट्री) के साथ-साथ बी.एस.सी (मेडिकल लैब साइंसेस), बी.एस.सी (कंप्यूटर साइंस), एम.एस.सी (मेडिकल लैब साइंसेस – बायो-केमिस्ट्री) कोर्सेस भी शुरू किये जायेंगे! उन्होंने यह प्रस्ताव कुलपति के समक्ष मार्किट डिमांड के मुताबिक रखा! कुलपति प्रो (डा) मित्तल ने विभागीय रिपोर्ट संतुष्टि जताई तथा भविष्य के लिए रिसर्च वर्क एवं विभिन्न सरकारी फंडिंग एजेंसीज के जरिये प्रोजेक्ट लेने के लिए प्रेरित किया! उन्होंने सभी फैकल्टी मेंबर्स को नेशनल एवं इंटरनेशनल स्तर की कांफ्रेंस में भागीदारी बढ़ाने को भी प्रेरित किया! कुलपति प्रो (डा) मित्तल ने मिशन बेसड प्रोजेक्ट पर काम करने एवं मुख्य परिसर में क्वालिटी एडमिशन पर फोकस करने को कहा! रजिस्ट्रार डा.एस.के.मिश्रा ने सभी विभागों को वार्षिक रिपोर्ट तैयार रखने एवं इसे साँझा करने को अवसर बताया है, ताकि यूनिवर्सिटी अकादमिक ग्रोथ को और बेहतर किया जा सके! इस अवसर पर डीन अकादमिक प्रो (डा) विकास चावला भी उपस्तिथ रहे! उन्होंने कुलपति प्रो मित्तल के प्रयास को फैकल्टी डेवलपमेंट में नया आयाम माना तथा इससे अकादमिक मजबूती की बात कही!