जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू), जालंधर-कपूरथला मुख्य परिसर के कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग की तरफ से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) द्वारा प्रायोजित परियोजना सूचना सुरक्षा शिक्षा तथा जागरूकता चरण-III के तहत 24-25 फरवरी, 2025 को मोबाइल फोरेंसिक विषय पर दो दिवसीय बूटकैंप का आयोजन किया। कुलपति प्रो (डॉ) सुशील मित्तल ने मुख्य अतिथि के रूप में इस शिविर का उद्घाटन किया। कुलपति प्रो डॉ मित्तल ने अपने भाषण के दौरान साइबर सुरक्षा शिक्षा के महत्व को और रेखांकित किया। रजिस्ट्रार डॉ एस के मिश्रा ने आयोजकों को संदेश के माध्यम से अपनी शुभकामनाएं भेजीं।


यह बूटकैंप आईकेजी पीटीयू मोहाली परिसर की निदेशक डॉ मोनिका सचदेवा एवं सीएसई विभाग के प्रमुख डॉ राजीव बेदी के समन्वय में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में मोबाइल डेटा फोरेंसिक, मैलवेयर विश्लेषण और कानूनी रिपोर्टिंग पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें आई.एस.ए.सी के साइबर सुरक्षा अधिकारी श्री आशीष सुतार द्वारा विशेषज्ञ सत्र आयोजित किए गए। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मोनिका सचदेवा के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें बूटकैंप के महत्व पर प्रकाश डाला गया।

डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. सतवीर सिंह ने वास्तविक दुनिया की घटनाओं का हवाला देते हुए बढ़ती साइबर सुरक्षा चुनौतियों पर जोर दिया, जबकि डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट डॉ. यदविंदर बराड़ ने विश्वविद्यालय में फोरेंसिक शोध को बढ़ावा देने पर जोर दिया। बूटकैंप में यूजी और पीजी छात्रों की उत्साही भागीदारी देखी गई, जिसमें मोबाइल फोरेंसिक जांच में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का समापन सीएसई विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव बेदी द्वारा आयोजकों और प्रतिभागियों के प्रयासों को मान्यता देते हुए धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। यह पहल डिजिटल फोरेंसिक और साइबर सुरक्षा अनुसंधान के लिए यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है, जो छात्रों को इस क्षेत्र में भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करती है।