जालंधर (अरोड़ा) :- डीएवी कॉलेज, जालंधर में 07 फरवरी, 2025 को 65वीं वार्षिक एथलेटिक मीट का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य छात्रों के अंतःविषय उत्कृष्टता और समग्र विकास को बढ़ावा देना है। 500 से अधिक छात्रों ने विभिन्न प्रकार की खेल गतिविधियों उत्साहपूर्वक भाग लिया। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि जालंधर के सम्मानित मेयर वनीत धीर व विशिष्ट अतिथि सुधीर शर्मा का प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार, वरिष्ठ उप-प्राचार्य डॉ. एस. के. तुली, उप-प्राचार्य प्रो. कुंवर राजीव, रजिस्ट्रार प्रो. सोनिका दानिया, शारीरिक शिक्षा विभागाध्यक्ष डॉ. मनु सूद, एलएसी सदस्य डॉ. नवीन सूद और एथलेटिक काउंसिल के सदस्यों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत एक शानदार उद्घाटन समारोह के साथ हुई। कॉलेज का झंडा फहराने और डीएवी गान के गायन के बाद, प्राचार्य व अतिथियों ने गुब्बारे छोड़कर आधिकारिक तौर पर मीट के उद्घाटन की घोषणा की।

औपचारिक मार्च पास्ट और मशाल प्रज्वलन के बाद, एथलीटों ने निष्पक्ष खेल और अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की शपथ ली। एथलेटिक काउंसिल के सचिव और शारीरिक शिक्षा विभागाध्यक्ष डॉ. मनु सूद ने अतिथियों का स्वागत किया और खेल उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में कॉलेज की विरासत पर प्रकाश डाला। उन्होंने कॉलेज के छात्रों की उपलब्धियों को स्वीकार किया और निर्धारित कार्यक्रमों का अवलोकन प्रस्तुत किया। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर की समृद्ध विरासत पर प्रकाश डाला, जिसने 29 ओलंपियन, कई अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता और अन्य प्रतिष्ठित एथलीट दिए हैं। अनुशासन, समन्वय और खेल भावना को बढ़ावा देने में खेलों के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने इस आयोजन को “खेलों का कुंभ” बताया और प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
मुख्य अतिथि, वनीत धीर ने अपने संबोधन में डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर की शिक्षा, खेल और पाठ्येतर उत्कृष्टता में अपने विशिष्ट योगदान के लिए सराहना की, जिसने कई वैश्विक उपलब्धियां हासिल की हैं। दृढ़ता, टीम वर्क और नेतृत्व गुणों को विकसित करने में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बात करते हुए उन्होंने छात्रों को खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया क्योंकि यह पंजाब में नशों के खतरे से निपटने में एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है।
इस अवसर पर सुधीर शर्मा ने कॉलेज को उदारतापूर्वक वित्तीय सहायता प्रदान की। प्रतियोगिता की शुरुआत लड़कों और लड़कियों के लिए 800 मीटर और 400 मीटर की दौड़ से हुई, जिसके बाद शॉटपुट, लंबी कूद, ट्रैक इवेंट जैसे विभिन्न व्यक्तिगत और समूह कार्यक्रम और कई अन्य मनोरंजक गतिविधियाँ जैसे सैक रेस, थ्री-लेग्ड रेस, चट्टी रेस, फोर-लिम्ब्ड रेस और बाधा दौड़ हुईं। खेल आयोजन समावेशी थे, जिसमें न केवल छात्रों का स्वागत किया गया, बल्कि संगीतमय कुर्सी और रस्साकशी जैसे मज़ेदार खेलों के साथ संकाय और कर्मचारियों को भागीदारी के अवसर भी दिए गए। भांगड़ा व गिद्दा जैसे लोक- नृत्यों की प्रस्तुति ने कार्यक्रम को सांस्कृतिक स्पर्श प्रदान किया।

समापन सत्र में डीएवी के पूर्व छात्र, प्रसिद्ध हॉकी ओलंपियन, धर्मकोट मोगा के डीएसपी रमनदीप सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। एथलेटिक्स कोच गोपाल सिंह और हॉकी कोच अवतार सिंह विशिष्ट अतिथि थे। डॉ मनु सूद ने एक विस्तृत खेल रिपोर्ट प्रस्तुत की। पुरस्कार वितरण समारोह में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किए गए। पुरस्कार वितरण समारोह के संयोजक डॉ. एस. जे. तलवार थे। औपचारिक सम्मान समारोह में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ-साथ विश्वविद्यालय चैंपियनों को भी सम्मानित किया गया। शिवम ठाकुर को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (लड़के) और कृतिका को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (लड़कियां) घोषित किया गया। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. सूद ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी के पूर्ण सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उद्घोषक प्रो. शरद मनोचा, डॉ. बलविंदर सिंह और डॉ. साहिब सिंह ने पूरे कार्यक्रम के दौरान दर्शकों को कुशलतापूर्वक बांधे रखा। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो किरपाल सिंह मठाडू, पंजाबी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अशोक खुराना, एथलेटिक काउंसिल के संयुक्त सचिव प्रो.सौरभ राज एवं डॉ.अजय कुमार, एथलेटिक काउंसिल के सदस्य, प्रो. सोनिका दानिया, प्रो. सुखदेव सिंह रंधावा, प्रो. शरद मनोचा, डॉ. एस.जे. तलवार, डॉ. निश्चय बहल, प्रो पंकज गुप्ता, प्रो मनीष खन्ना, प्रो विशाल शर्मा, डॉ सीमा शर्मा, डॉ नवजीत शर्मा, प्रो अमित जैन, प्रो अमित शर्मा, डॉ पुनित पुरी, डॉ दीपक वधावन, डॉ राज कुमार, डॉ ऋषि कुमार और प्रो साहिल नागपाल, शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ के सदस्य और छात्र उपस्थित थे।