जालंधर (अरोड़ा) :- लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर के गृह विज्ञान विभाग ने फेविक्रिल पिडिलाइट के सहयोग से आभूषण निर्माण पर एक व्यावहारिक प्रदर्शन सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस आयोजन ने छात्रों को अपनी रचनात्मकता को निखारने और हस्तनिर्मित आभूषणों के डिज़ाइन में अपनी कौशल क्षमता को बढ़ाने का अनूठा अवसर प्रदान किया।
सत्र के दौरान, फेविक्रिल पिडिलाइट की विशेषज्ञ ऋतु लाल ने छात्रों को आभूषण निर्माण की विभिन्न तकनीकों से अवगत कराया, जिसमें मनकों (बीड्स), तारों (वायर्स) और यहां तक कि मिट्टी जैसे विभिन्न सामग्रियों का उपयोग करना शामिल था।
इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को नई कौशल तकनीकों से सुसज्जित करना था, जिसका उपयोग वे व्यक्तिगत रचनात्मकता के साथ-साथ उद्यमिता के क्षेत्र में भी कर सकते हैं। यह इंटरैक्टिव सत्र न केवल उनकी कलात्मक क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक रहा, बल्कि उन्हें सुलभ और टिकाऊ सामग्रियों का उपयोग करके नवीन डिज़ाइनों के साथ प्रयोग करने के लिए भी प्रेरित किया। प्रिंसिपल डॉ. नवजोत ने गृह विज्ञान विभाग की प्रमुख आत्मा सिंह के प्रयासों की सराहना की और इस आयोजन को सफलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए उनकी प्रशंसा की।
