केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाओं के मॉडल आवासों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में आवास के बदलते स्वरूप के प्रत्येक परिवार का अपना पक्का मकान के संकल्प को धरातल पर उतारने का किया गया प्रयास
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से 250 से अधिक आबादी वाली ग्रामीण बसावटों को सर्वऋतु मार्गो से जोड़ कर ग्रामीण संचार को बेहतर करने को प्रदर्शित किया गया
दिल्ली/जालंधर (ब्यूरो) :- महाकुम्भ मेला के क्षेत्र सेक्टर – 07 में ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार एवं ग्राम्य विकास विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन, प्रदर्शनी एवं उनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के बदलते परिवेश को उकेरने का प्रयास किया गया है। ग्रामीण अंचल के समेकित विकास को प्रभावी ढ़ंग से क्रियान्वित किये जाने हेतु विभिन्न योजनाएं संचालित की गई है। जिनमें से महत्वपूर्ण योजनाएं हैं:
- महात्मा गॉधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी अधिनियम (मनरेगा)
- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम)
- प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई)
- एकीकृत जलग्रहण प्रबंधन प्रणाली
- स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण
मनरेगा योजना के अन्तर्गत कराए गये कार्य जैसे अमृत-सरोवर का निर्माण, सोक पिट, रूफटॉप रेन वाटर हर्वेस्टिंग, आंतरिक गलियों एवं नालियों का निर्माण, वृक्षारोपण एवं स्मृति वाटिकाओं का निर्माण, कैटेल शेड, वर्मी कम्पोस्ट एवं नाडेफ का निर्माण, पंचायत भवन का निर्माण, पुष्टाहार उत्पादन ईकाई का निर्माण, प्रेरणा कैण्टीन, अन्नपूर्णा राशन की दुकान का निर्माण और खेल मैदान निर्माण एवं अन्य कराये गये कार्यों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के बदलते स्वरूप को प्रदर्शित किया गया है। सोशल ऑडिट के माध्यम से संचालित योजनाओं की पारदर्शी व्यवस्था को अपना कर ग्राम्य स्वराज की संकल्पना को चरितार्थ करने का प्रयास किया गया है।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य ग्रामीण गरीबी को कम करना, स्थायी आजीविका के अवसर उपलब्ध कराना, महिला सशक्तिकरण तथा वित्तीय समावेशन को गति देना है। सरस हाट के माध्यम से विभिन्न जनपदों के समूह एवं समूह की दीदियों के उत्पादों की ब्राण्डिंग, प्रमोशन एवं बाजार का बेहतर मंच उपलब्ध कराया गया है ताकि उनके उत्पाद का प्रचार-प्रसार एवं बिक्रय के माध्यम से उनकी आजीविका का संवर्धन किया जा सके। बीसी सखी, ड्रोन सखी इत्यादि से सम्बन्धित गतिविधियों के माध्यम से महिलाओं के जीवन में हुए आर्थिक उन्नयन एवं सामाजिक स्तर में परिवर्तन को प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया है जिससे सशक्त ग्राम एवं सशक्त भारत की संकल्पना साकार हो रही है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के मॉडल आवासों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में आवास के बदलते स्वरूप एवं केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के प्रत्येक परिवार का अपना पक्का मकान के संकल्प को धरातल पर उतारने का प्रयास किया गया है।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से 250 से अधिक आबादी वाली ग्रामीण बसावटों को सर्वऋतु मार्गो से जोड़ कर ग्रामीण संचार को बेहतर करने एवं ग्रामीण विकास को किस तरह नया आयाम दिया है जिसे ग्रामीण परिवेश में प्रदर्शित किया गया है।
विकास खण्ड कार्यालय एवं पंचायत भवन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के मॉडल के माध्यम से ग्रामीण विकास विभाग, भारत सरकार एवं ग्राम्य विकास विभाग उत्तर प्रदेश योजनाओं के संचालन में उनकी भूमिका प्रदर्शित किया गया है। महाकुम्भ-2025 में ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार एवं ग्राम्य विकास उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित योजनाओं के विभिन्न आयामों को मॉडल एवं प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदर्शित कर ग्रामीण परिवेश में आये सामाजिक-आर्थिक उन्नयन को रेखांकित किया गया है।
तीर्थराज प्रयाग में अयोजित महाकुम्भ-2025 अपने धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं ग्रामीण और शहरी आभा के साथ अनेकता में एकता का अद्भुत समागम है। देश की अधिकांश आबादी ग्रामीण परिवेश में रहती है इसीलिए भारत को गांव का देश कहा जाता है। गांव के सामाजिक-आर्थिक एवं संरचनात्मक विकास में ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार एवं ग्राम्य विकास विभाग उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है।