जालंधर (अरोड़ा) :- महिला काव्य मंच के विशिष्ट प्रकोष्ठ शिक्षा मंच द्वारा गणतंत्र दिवस को समर्पित अंतर्राष्ट्रीय वार्षिकोत्सव मंच के संस्थापक डॉ. नरेश नाज के सान्निध्य में ऑनलाइन माध्यम से किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में “शिक्षा मंच” की वैश्विक अध्यक्ष डॉ सुमन सखी दहिया और विशिष्ट अतिथि के रूप में विदेश अध्यक्ष डॉक्टर शिववरण रघुवंशी ने सहभागिता की। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजेश कुमारी द्वारा की गई। कार्यक्रम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रचना विमल और राष्ट्रीय महासचिव डॉ कोयल विश्वास उपस्थित रहीं। देश भर में स्थापित शिक्षा मंच के विभिन्न प्रदेशों के अध्यक्ष,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय महासचिव और विभिन्न देशों के शिक्षा मंच के अध्यक्षों ने बढ़ चढ़ कर काव्य पाठ किया।
मारीशस की डॉ सुरति शर्मा ने ‘ भारत की मिट्टी में जादू है ‘,ऑस्ट्रेलिया की डॉ सुनीता शर्मा ने ‘अच्छा लगता है’,कनाडा की डॉ नीलिमा गर्ग ने ‘देश प्रेम का नाता है’, जापान की डॉ सुदेश नूर ने ‘आओ दोस्तों मिल कर बैठें और वीरों की बात करें’, यू एस ए की डॉ अनीता सुराना ने ‘टूट कर जुड़ना’, नेपाल के डॉ राधेश्याम ठाकुर ने ‘वतन की धारा तुझको प्रणाम’, नेपाल की डॉ संगीता ठाकुर ने ‘आओ सब मिलकर भारत माँ का संकल्प दिवस मनाएं’,यू के की डॉ रश्मि खुराना ने ‘मुबारक हो मेरे देश’, और विशिष्ट अतिथि यूएसए के डॉ शिववरण रघुवंशी जी ने ‘गणतंत्र दिवस का अद्भुत है जश्न’ सुना कर कार्यक्रम में जोश भर दिया।
दिल्ली से डॉ कविता सिंह ने ‘देश के सपूत हो तुम’, उत्तराखंड से डॉ क्षमा कौशिक ने ‘आजादी के वीरों का सम्मान नहीं घटने देंगे’, झारखंड से डॉ राजश्री जयंती ने ‘सीमा से दर्द भरा कोई पैगाम आया है’, मध्य प्रदेश से डॉ राजश्री रावत ने ‘जब हृदय चीर कर आवाज आती है’, चंडीगढ़ से डॉ मंजू चौहान ने ‘तीर से तलवार से’, चंडीगढ़ से डॉ ज्योति शर्मा ने ‘मेरा देश’, पंजाब से डॉ शैली जग्गी ने ‘वो फैसला तुम्हारा था कटघरे में खड़ा किया मुझे’, हरियाणा से डॉ प्रतिभा चौहान ने ‘आज होरी हक की लड़ाई लड़ रहा है’,डॉ प्रवीण शर्मा ने ‘मन में है उल्लास आया है गणतंत्र दिवस ‘,हिमाचल प्रदेश से डॉ देवेंद्र महेंद्रु ने ‘पानी है ठंडा’,जम्मू से डॉ अंशुल गर्ग ने ‘ खुशहाल देश का देना है नारा’, गुजरात से डॉ विभा डी पसारी ने ‘जीवन का वहम हमारा अहम’, डॉ रंजना दबे ने ‘सुंदर सुंदर सुंदर जगत है अति सुंदर’, महाराष्ट्र की डॉ कनकलता तिवारी ने ‘भारत हमारी शान है’, तेलंगाना से डॉ रजनी ने अपनी भावना प्रकट की, तमिलनाडु से डॉ राजलक्ष्मी जी ने ‘हम न भूलेंगे शहीदों की कुर्बानी प्रस्तुत कर सबको बहुत आकर्षित किया।
शिक्षा मंच की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रचना विमल जी ने ‘ जब तक मंजिल तक न पहुंचूं साथी रुक न जाना’, राष्ट्रीय महासचिव डॉ कोयल विश्वास ने ‘पुनरावृत्ति ‘ शीर्षक कविता का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष डॉ रश्मि श्रीवास्तव ने अपनी मधुर आवाज में ‘मेरे देश तू आजाद रहे ‘ सुनाया। मुख्य अतिथि डॉ सुमन सखी दहिया जी ने ‘ऐसा भी एक दौर गुजरा चप्पे चप्पे पर मौत का साया’ सुना कर सबकी वाहवाही लूट ली। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजेश कुमारी ने ‘आज हैं आजाद हम, कैसे हुए गुलाम थे’ सुनाते हुए सभी के कविता पाठ की सराहना की। मंच के संस्थापक डॉ नरेश नाज ने इस अवसर पर अत्यंत प्रेरक कविताएं ‘एक तरफ सारा जहां है, एक तरफ अपना वतन’ और ‘बेटियां होती बड़ी प्यारी हैं’ गायन द्वारा सबको मंत्रमुग्ध कर लिया। अंत में सभी को वार्षिकोत्सव की बधाई देते हुए बहुत सराहना की।
इस अंतर्राष्ट्रीय वार्षिकोत्सव का संयोजन एवं संचालन डॉ रश्मि श्रीवास्तव एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजेश कुमारी द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि शिक्षा मंच के सभी पदाधिकारी एवं प्रादेशिक अध्यक्ष डॉक्टरेट हैं। शिक्षा मंच महिला काव्य मंच (रजि.)का एक विशिष्ट प्रकोष्ठ है।
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