जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय के जूलॉजी विभाग की ओर से डीबीटी स्टार स्कीम के अन्तर्गत वर्मीकॉमपोस्टिंग पर हैंड्स-ऑन-ट्रेनिंग वर्कशाप का आयोजन किया गया। इस वर्कशाप में स्कूल टीचर्स को सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट की जानकारी दी गई ताकि वह अपने स्कूलों में इको-फ्रैंडली प्रैक्टिस शुरू कर पाएं। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने वर्मीकॉमपोस्टिंग की महत्ता पर काोर दिया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि एचएमवी में ईको-फ्रैंडली कार्यो पर बहुत काोर दिया जाता है। उन्होंने जूलॉजी विभाग के इस प्रयास की सराहना की। विभागाध्यक्षा डॉ. सीमा मरवाहा ने वर्मीकपोस्टिंग के वैज्ञानिक सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयास से हरे-भरे वातावरण को सहेजने में अपना योगदान दिया जा सकता है। वर्मीकॉमपोस्टिंग यूनिट के इंचार्ज व सहायक प्रोफेसर रवि कुमार ने प्रतिभागियों को हैंड्स ऑन प्रैक्टिस करवाई तथा कॉमपोस्ट बनाने तक की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी। लैब से सचिन कुमार ने सभी आवश्यक प्रबंध किए। वर्कशाप के अंत में इंटरएक्टिव सैशन का आयोजन भी किया गया। इस सैशन में प्रतिभागियों ने अपनी जिज्ञासा अनुसार प्रश्न पूछे। यह प्रयास एचएमवी द्वारा वातावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने की दिशा में एक प्रयास था।
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