जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में एनएसएस यूनिट द्वारा चलाए जा रहे सात दिवसीय एनएसएस कैंप ‘सप्तवरण’ में चौथे दिन ‘नेचर एंड एनवायरनमेंट’ को समर्पित था। प्रकृति को नजदीक से जानने, समझने, देखने एवं संरक्षण के महत्व को समझने के लिए विद्यार्थी आज हरिके पतन वेटलैंड गए। विद्यार्थियों ने वहां प्रवासी पक्षियों एवं वेटलैंड के जीवन में महत्व की जानकारी प्राप्त की, इस अवसर पर विद्यार्थियों के बीच प्रकृति की गोद में क्रीड़ा करते पक्षियों की एवं प्रकति की खूबसूरत छटा की फोटोग्राफ लेने की प्रतियोगिता भी करवाई गई।

एनएसएस यूनिट के विद्यार्थियों ने शपथ खाई कि वह स्वयं तो पर्यावरण के संरक्षण में अपना योगदान देंगे ही इसके साथ वह अन्य लोगों को भी पर्यावरण संरक्षण के महत्व से परिचित करवाएंगे। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने ‘नेचर एंड एनवायरनमेंट’ को समर्पित इस दिवस के अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर आज के युवा अपने जीवन में पर्यावरण के महत्ता को समझ जाएंगे तो निश्चित रूप से हमारी आने वाली पीढियां एक सुरक्षित पर्यावरण का आनंद ले सकेंगी। ‘सप्तवरण’ कैंप के सुचारू संचालन के लिए डॉ ढींगरा ने एनएसएस की डीन डॉ सिम्की देव एवं मैडम चेतना शर्मा, दीपितेश, मैडम रचिता कुंज एवं गुरविंदर सिंह के के प्रयासों की सराहना करते हुए का कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले दिन भी विद्यार्थियों में एक नयी ऊर्जा का संचार करेंगे।