राष्ट्र सदैव वीर जवानों का ऋणी रहेगा: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
प्रधानमंत्री ने कहा कि सैनिकों के निस्वार्थ समर्पण एवं अटूट संकल्प ने राष्ट्र की रक्षा की तथा गौरव बढ़ाया है; यह दिन उनकी असाधारण वीरता एवं अडिग भावना को एक श्रद्धांजलि है: श्री नरेन्द्र मोदी
रक्षा मंत्री ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी; देश सैनिकों के बलिदान व सेवा को कभी नहीं भूलेगा: राजनाथ सिंह
दिल्ली/जालंधर (ब्यूरो) :- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के नेतृत्व में देश ने आज विजय दिवस के अवसर पर 1971 के युद्ध के वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। विजय दिवस हर वर्ष 16 दिसंबर को पाकिस्तान पर भारत की ऐतिहासिक जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से राष्ट्रपति ने कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र उन बहादुरों के सर्वोच्च बलिदान को याद कर रहा है, जिनकी कहानियां हर भारतीय को प्रेरित करती हैं और राष्ट्रीय गौरव का स्रोत बनी हुई हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस का सम्मान करते हुए सैनिकों की वीरता एवं निस्वार्थ बलिदान को प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया और कहा कि देश सदैव उनकी सेवा का ऋणी रहेगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सैनिकों के साहस एवं बलिदान को नमन करते हुए कहा कि उनके निस्वार्थ समर्पण व अटूट संकल्प ने राष्ट्र की रक्षा की और उसे गौरव दिलाया है। उन्होंने इस दिन को वीर जवानों की असाधारण वीरता तथा अडिग भावना के प्रति एक श्रद्धांजलि बताया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों की बहादुरी तथा बलिदान को सलाम करते हुए कहा कि सैनिकों के साहस और देशभक्ति ने यह सुनिश्चित किया है कि राष्ट्र सुरक्षित रहे। सिंह ने कहा कि भारत अपने सैनिकों के बलिदान और सेवा को कभी नहीं भूलेगा। रक्षा मंत्री ने इस दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, नौसेना उप प्रमुख वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन तथा रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने भी पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद नायकों को श्रद्धांजलि दी।