जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लॉ ने पहली बी.आर. अंबेडकर क्लाइंट काउंसलिंग प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में भारत भर से 48 प्रतिभाशाली विधि छात्रों की 24 टीमें शामिल हुईं, जिन्होंने अपने कानूनी ज्ञान और क्लाइंट काउंसलिंग कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता को वास्तविक दुनिया के कानूनी परिदृश्यों का अनुकरण करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, जिसमें पार्टिसिपेंट्स को क्लाइंट की चिंताओं को समझने, रणनीतिक कानूनी सलाह देने और जटिल कानूनी मुद्दों को हल करने की चुनौती दी गई थी। इसमें शामिल कानूनी विषयों की विविधता में क्रिमिनल लॉ, फॅमिली लॉ, कमर्शियल लॉ शामिल थे। चैंपियनशिप खिताब की ट्रॉफी, लॉ विभाग, यूआईएलएस, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की टीम ने जीती।
उपविजेता ट्रॉफी क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, दिल्ली की टीम को मिली। पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की दीपक कौर को बेस्ट एडवोकेट का खिताब दिया गया। उद्घाटन सत्र में प्रतिष्ठित न्यायविद, माननीय रिटायर्ड एडिशनल डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज प्रीति साहिनी, स्थायी लोक अदालत मोगा की अध्यक्ष की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और गौरवान्वित किया। सीटी यूनिवर्सिटी के चांसलर स. चरणजीत सिंह चन्नी, प्रो चांसलर डॉ. मनबीर सिंह, वाइस चेयरमैन हरप्रीत सिंह, वाइस चांसलर डॉ. अभिषेक त्रिपाठी और डीन अकादमिक डॉ. सिमरनजीत कौर गिल की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और गौरवान्वित किया।
मैग्नस लीगल फर्म्स, दिल्ली के एक प्रमुख कानूनी व्यवसायी एडवोकेट रितेश आनंद ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। चांसलर स. चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए क्लाइंट काउंसलिंग प्रतियोगिताओं के माध्यम से सीखने के महत्व पर जोर दिया और कानूनी ज्ञान के अलावा सहानुभूति, करुणा और भावनात्मक बुद्धिमत्ता विकसित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।