जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- बाल दिवस भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है वह बच्चों से अत्यंत प्रेम करते थे एवं देश का भविष्य उन्हीं के हाथों में है ऐसा मानते थे। संस्कृति केएमवी स्कूल में बाल दिवस आयोजन के अंतर्गत चाचा नेहरू के देश के प्रति योगदान को याद करते हुए क्रियात्मक गतिविधियों के द्वारा सीखने और आनंद दोनों को समान समावेश किया गया। जीवंत गतिविधियों का समावेश, जिसका उद्देश्य रचनात्मकता, सौहार्द और जागरूकता को बढ़ावा देना रहा। छात्रों के बीच उत्सव की शुरुआत बेहद लोकप्रिय आकर्षक खेलों की एक श्रृंखला के साथ हुई। जिसमें बॉल और म्यूजिकल चेयर खेल से छात्रों ने अपनी प्रतिस्पर्धी भावना का रोमांचक प्रदर्शन किया। ये गतिविधियाँ, सामूहिक कुशलता, शारीरिक सक्रियता और सहयोगात्मकता को बढ़ावा देने की भावना से तैयार की गईं। इन प्रयासों से विद्यालय परिसर में उत्साह की स्पष्ट अनुभूति हुई।
पारंपरिक खेलों के अलावा, छात्रों ने प्रेरक पहेली-सुलझाने में भी भाग लिया, जिसने उनकी संज्ञानात्मक क्षमताओं और त्वरित सोच की क्षमता को बढ़ावा दिया। मनोरम एनिमेटेड फिल्म से जादुई जीवन का अनुभव किया, जिसने उन्हें सूक्ष्मता से जीवन का पाठ पढ़ाते हुए कल्पना की दुनिया से परिचित करवाया। शैक्षिक पहलू एक विचारोत्तेजक फिल्म के द्वारा अत्यधिक मोबाइल फोन के उपयोग के दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला गया। इस फिल्म ने छात्रों से डिजिटल युग में स्क्रीन पर संतुलित समय के महत्व पर विचार करने का आग्रह किया। समारोह में छात्रों की शानदार नृत्य एवं गायन प्रस्तुति कलात्मक प्रतिभा और लय, इस आयोजन में सांस्कृतिक समृद्धि का एक तत्व जोड़ती है। आयोजन में मनोरंजन के साथ – साथ सीखने और जागरूकता को सहज तरीके से संयोजित किया गया। विद्यार्थियों के लिए यह पल उनके जीवन की खट्टी मीठी यादों का हिस्सा बन गए। बाल दिवस के अवसर पर प्रधानाचार्या रचना मोंगा (प्रिंसिपल) ने भावपूर्ण अभिव्यक्ति करते हुए बच्चों की असीम क्षमता और मासूमियत की सराहना की उन्होंने कहा कि युवा मनों को करुणा, ज्ञान और रचनात्मकता के साथ पोषित करना संस्था का प्रथम कर्तव्य है, जिनके भविष्य के साथ देश का भविष्य जुड़ा है। उनके अमूल्य शब्दों ने सभी को प्रेरित किया बच्चों को समाज के प्रति जागरूक किया और उन्हें सर्वांगीण रूप देने में संस्थान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।