पंजाब पुलिस राज्य से संगठित अपराध गठजोड़ को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध
पुलिस टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद गैंगस्टरों राजेश्वर कुमार और दीपक वैद को किया काबू: डीजीपी गौरव यादव
मौके से दो और पिस्टल बरामद होने के बाद, बरामद हथियारों की कुल संख्या छह तक पहुंची: सी.पी. जलंधर स्वपन शर्मा
जालंधर (अरोड़ा) :- जलंधर कमिशनरेट पुलिस ने संगठित अपराधों के खिलाफ चल रही जंग के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कौशल-बंबीहा गैंग के दो खतरनाक गैंगस्टरों को जालंधर छावनी के बाहरी क्षेत्र में पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करते हुए काबू किया गया, इस दौरान अपराधी गंभीर रूप से घायल हो गए। इस जानकारी को देते हुए पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने गुरुवार को बताया कि पुलिस टीमों ने मौके से दो पिस्टल और पांच जीवित कारतूस बरामद किए हैं। उल्लेखनीय है कि उक्त गैंगस्टरों, जिनकी पहचान राजेश्वर कुमार और दीपक वैद उर्फ बाबू के रूप में हुई है, को जलंधर कमिशनरेट पुलिस ने 17 अक्टूबर 2024 को थाना भारगो कैंप में दर्ज एक असला एक्ट के मामले की जांच के दौरान गिरफ्तार किया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस टीमों ने कौशल-बंबीहा मॉड्यूल के चार सदस्य को गिरफ्तार किया था और उनके पास से चार हथियार बरामद हुए थे। इन दोनों गैंगस्टरों की गिरफ्तारी के साथ इस मामले में अब तक कुल छह गिरफ्तारी हो चुकी हैं। डीजीपी ने कहा, “पुलिस अधिकारियों ने गैंगस्टरों राजेश्वर कुमार और दीपक वैद का लगभग 1.5 किलोमीटर तक पीछा किया और बड़ी मेहनत के बाद उन्हें गिरफ्तार किया।” डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि दोनों आरोपी कई जघन्य अपराधों में शामिल थे और होशियारपुर, एसबीएस नगर, कपूरथला समेत अन्य जिलों में बड़ी वारदातों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। उन्होंने बताया कि ये आरोपी अन्य गिरोह के सदस्यों को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान करते थे और पंजाब और हरियाणा में विभिन्न गिरोहों को हथियार सप्लाई करते थे। डीजीपी ने कहा कि इस मामले में आगे पीछे के संबंधों को स्थापित करने के लिए जांच जारी है। इस संबंध में और जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर (सी.पी.) जालंधर स्वपन शर्मा ने बताया कि कथित गैंगस्टरों राजेश्वर कुमार और दीपक वैद के खुलासे के बाद कार्रवाई करते हुए जालंधर कमिशनरेट की पुलिस टीमों ने दोनों आरोपियों को जालंधर कैंट के बाहरी क्षेत्र में किसी सुनसान और वीरान जगह पर ले जाकर घेर लिया था, जहां उन्होंने हथियार और गोली-बंदूक छिपाए होने का दावा किया था। उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंचकर दोनों आरोपियों ने पिस्टल (जो मौके से बरामद हुई) का इस्तेमाल करते हुए पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की और मौके से भागने में सफल हो गए, जिस पर पुलिस टीमों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जवाबी फायरिंग की और लगभग 1.5 किलोमीटर तक उनका पीछा करने के बाद उन्हें काबू कर लिया। इस कार्रवाई के दौरान, एक आरोपी को दाहिने पैर में गोली लगी, जबकि दूसरा आरोपी पुलिस टीम से हाथापाई के दौरान घायल हो गया। सी.पी. ने बताया कि दोनों आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड है और इनके खिलाफ असला एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, इरादा हत्या समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि मौके से दो और पिस्टल बरामद होने के बाद, उक्त मॉड्यूल से बरामद हथियारों की कुल संख्या अब छह हो गई है। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियों और बरामदगी की संभावना है।