जालंधर (अरोड़ा) :- हंस राज महिला महाविद्यालय में स्वच्छता ही सेवा मिशन के अन्तर्गत प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के दिशा-निर्देशानुसार वेस्ट टू वैल्थ एग्जीबीशन का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी से स्पष्ट होता था कि एचएमवी पर्यावरण के प्रति जागरूकता व सस्टेनेबिलिटी के लिए कितना प्रयासरत व सजग है। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्राचार्या डॉ. सरीन ने कहा कि दिनचर्या में स्वच्छता ही सेवा के मूल्यों को अपनाना बहुत महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमें केवल अपने आसपास को ही स्वच्छ नहीं बनाना चाहिए अपितु मन व मस्तिष्क की स्वच्छता पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को स्वच्छता अपनाने की अपील की ताकि पर्यावरण के प्रति हम जिम्मेवार बन सके। डीन इनोवेशन डॉ. अंजना भाटिया ने कहा कि एचएमवी पर्यावरण संरक्षण के प्रति पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने वेस्ट प्रबंधन पर अपने विचार भी पेश किए। उन्होंने वेस्ट प्रबंधन के लिए इनोवेटिव तरीके अपनाने पर काोर दिया। प्रदर्शनी डॉ. राखी मेहता, नवनीता व डॉ. शैलेन्द्र की देखरेख में लगी जिन्होंने छात्राओं को रिसोर्सफुल बनने के लिए प्रेरित किया। इस प्रदर्शनी के लिए छात्राओं ने वेस्ट चीजों से उपयोगी वस्तुएं बना·र प्रस्तुत की। इस प्रदर्शनी के लिए छात्राओं ने वेस्ट चीजों से उपयोगी वस्तुएं बनाकर प्रस्तुत की।
इस प्रदर्शनी में एनएसएस की भूमिका अहम रही। इंचार्ज डॉ. वीना अरोड़ा व हरमनु ने छात्राओं को स्वच्छता ही सेवा मिशन में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। एनएसएस वालंटियर्स ने न केवल उपयोगी वस्तुएं बनाईं बल्की रैली का भी आयोजन किया। रैली का उद्देश्य पानी में से वेस्ट का अलग करने का संदेश देना था। सभी प्रतिभागियों ने अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाने की शपथ भी ली। उन्नत भारत अभियान टीम भी इस प्रदर्शनी का हिस्सा रही। डॉ. मीनाक्षी दुग्गल मेहता ने इसकी अकादमिक महत्ता पर प्रभाव डाला। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयास छात्राओं को जागरूक बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अरविंदर, को-कोआर्डिनेटर की अगुवाई में एचएमवी कालेजिएट सीनियर सेकेडरी स्कूल की छात्राओं ने भी प्रदर्शनी में भी हिस्सा लिया तथा स्वच्छता ही सेवा मिशन में अपना योगदान डाला। प्राचार्या डॉ. सरीन ने सभी प्रतिभागियों को प्लांटर भेंट किए। इससे सभी को पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया गया। यह प्रदर्शनी बहुत सफल रही। इससे न केवल छात्राएं जागरूक हुईं बल्की समाज को भी एक अच्छा संदेश दिया गया।