गौतम जैन, कमिश्नर, जालंधर नगर निगम ने बतौर मुख्य अतिथि कीं शिरकत
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- कन्या महा विद्यालय (स्वायत्त) ने एक अनूठी प्रदर्शनी का आयोजन किया, जिसमें छात्राओं ने बेकार सामग्री को कार्यात्मक और सजावटी वस्तुओं में बदलकर स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। यह प्रदर्शनी “स्वच्छता ही सेवा 2024” अभियान से जुड़ी थी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जालंधर नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन, आईएएस, उपस्थित थे। इस दौरान जैन को फैशन डिजाइनिंग और फ़ाइन आर्ट्स के स्नातकोत्तर विभाग के होनहार छात्राओं के साथ बातचीत करने का अवसर मिला। प्रदर्शनी में बेकार सामग्री से तैयार की गई प्रभावशाली वस्तुओं का संग्रह प्रदर्शित किया गया, जिससे छात्राओं की पर्यावरण चेतना और स्थिरता की दिशा में प्रतिबद्धता जाहिर हुई। प्रदर्शनी में कुछ वस्तुओं में सुंदरता और कार्यक्षमता का संयोजन किया गया था, जैसे कि छठे सेमेस्टर के बी.एससी. और बी.वॉक. फैशन डिजाइनिंग के छात्रों द्वारा बनाई गई खूबसूरत थालियां। इन थालियों को बेकार गत्ते से बेहद कुशलता से बनाया गया था, जिन्हें फिर फीते, शीशे और मिट्टी के पारंपरिक बर्तनों जैसी बेकार सामग्रियों से सजाया गया।
ये थालियां विभिन्न अवसरों, जैसे कि सालगिरह, रिंग सेरेमनी और करवा चौथ जैसे पारंपरिक आयोजनों के लिए आदर्श थीं। इसके अलावा, प्रदर्शनी में कांच की बोतलों को सुंदर सजावटी वस्तुओं में बदल दिया गया था, जो किसी भी स्थान को और आकर्षक बना देती थीं। छात्राओं ने कंकड़ और गत्ते से बनाए गए सिनरींस भी प्रदर्शित किए, जिससे उनके कलात्मक दृष्टिकोण और विस्तार पर ध्यान को उजागर किया गया। इसके अतिरिक्त, छात्राओं की कलाकारी रिसाइक्लिड चूड़ियों और डेनिम के स्क्रैप से बनाए गए स्टाइलिश बैगों में भी देखी गई, जिससे उनके डिज़ाइन के प्रति नवाचारपूर्ण दृष्टिकोण को और भी प्रकट किया गया। प्रदर्शनी में विभिन्न सामग्रियों से बने रंगीन वॉल हैंगिंग्स भी थे, जो प्रकृति और संस्कृति की कहानियां बयान कर रहे थे। प्रदर्शनी में फैशन डिजाइनिंग विभाग द्वारा “सुकृति फैशन शो” के वीडियो भी दिखाए गए, जो ज़ीरो वेस्ट प्रथाओं और मॉड्यूलर परिधानों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम कर रहे थे।
फैकल्टी सदस्यों ने भी छात्राओं का मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उनके नए विचारों को प्रोत्साहित किया और उन्हें अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। जैन ने छात्राओं के नवाचारपूर्ण दृष्टिकोणों की प्रशंसा की और उन्हें सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी रचनात्मकता न केवल उनके स्थानीय समुदायों में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी परिवर्तन ला सकती है। अपने संबोधन में जैन ने केएमवी की सराहना की, उन्होंने शिक्षा की भूमिका पर जोर दिया और छात्राओं को स्थिरता और सामाजिक जिम्मेदारी के आदर्शों के प्रति प्रतिबद्ध रहने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रदर्शनी का समापन उत्साहजनक रूप से हुआ, और श्री जैन छात्राओं की संभावनाओं से प्रेरित होकर यह महसूस कर रहे थे कि ये युवा कलाकार और डिज़ाइनर भविष्य में समाज में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। प्राचार्या प्रो. डॉ. अतीमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि प्रदर्शनी में छात्राओं द्वारा बेकार सामग्री से बनाए गए प्रोजेक्ट्स हमारे छात्राओं की नवाचारपूर्ण सोच, पर्यावरण जागरूकता और स्थिरता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से हमारे छात्राओं ने यह दिखाया है कि किस प्रकार कचरे को कुछ उपयोगी और सुंदर रूप में बदला जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि घरेलू वस्तुओं से लेकर कलात्मक रचनाओं तक की विविधता छात्राओं की आलोचनात्मक सोच और उनके ज्ञान को वास्तविक दुनिया की समस्याओं पर लागू करने की क्षमता को दर्शाती है। छात्राओं में लक्ष्मी, संगीता, तमन्ना, तरनदीप कौर, सिमरनजीत कौर, हर्षिता, योगिता, नंदिनी शर्मा, अर्पिता, रुपिंदर कौर, वंशिता, नंदिनी सांगर, हरमनप्रीत कौर, अनुराधा, प्रगति, लावण्या, निधि, स्नेहा यादव, अंजलि, प्रियंका, मुस्कान, चंद्रिका, नवनीत कौर, कंचन, सिमरनजीत कौर, पलक, हरमनप्रीत कौर, इंदरप्रीत कौर की सराहना की गई। प्राचार्या मैडम ने फैशन डिजाइनिंग विभाग की प्रमुख डॉ. हरप्रीत कौर, अंग्रेजी विभाग की प्रमुख डॉ. मधुमीत और श्री योगेश्वर हंस को इस आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए बधाई दी। इस अवसर पर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अबरोल और मोनिका सेकरी भी उपस्थित थे।