जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज अपने संस्थापक अध्यक्ष डॉ सत्यपाल की प्रेरणा से ललित कलाओं के संरक्षण में सर्वदा सबसे आगे रहा है। एपीजे एजुकेशन एवं एपीजे सत्या एंड स्वर्ण ग्रुप की अध्यक्ष तथा एपीजे सत्या यूनिवर्सिटी की चांसलर सुषमा पाल बर्लिया के प्रोत्साहन से एपीजे कॉलेज के विद्यार्थी निरंतर फाइन आर्ट्स एवं डिजिटल आर्ट के क्षेत्र में कॉलेज को बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए प्रयत्नशील रहते हैं। एप्लाइड आर्ट विभाग की बीएफ आठवें समैस्टर की छात्रा जाह्रवी मेहता ने ‘वर्ल्ड स्किल्स लियोन 2024’ में ‘ग्राफिक डिजाइन टेक्नोलॉजी’प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वर्ल्डस्किल्स एक अंतर्राष्ट्रीय आंदोलन है जिसका उद्देश्य कौशल प्रतियोगिताओं के आयोजन के माध्यम से युवाओं के लिए कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है। हर दो साल में विश्व कौशल प्रतियोगिता पांच महाद्वीपों से युवा कलाकारों को एक साथ लाती है, जो अपने-अपने कौशल में राष्ट्रीय चैंपियन हैं।
ये प्रतियोगिताएं 10 सितम्बर से लेकर 15 सितंबर तक लियोन में आयोजित की गई। जाह्नवी मेहता पंजाब की पहली ग्राफिक डिजाइन टेक्नोलॉजी आर्टिस्ट है जिसने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए विश्व भर में भी देश का नाम रोशन किया है। ग्राफिक डिजाइन टेक्नोलॉजी में अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जाह्नवी मेहता ने Award of Excellence’ हासिल किया और न केवल कॉलेज बल्कि देश का नाम भी रोशन किया है। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने जाह्रवी मेहता की इस शानदार उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसको बधाई दी तथा कहा कि वह भविष्य में भी इस तरह अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभा एवं कला का लोहा मनवाती रहे और निरंतर इस क्षेत्र में अभ्यास करती रहे ताकि वह बुलंदियों को चूम सके।जाह्रवी मेहता का मार्गदर्शन करने के लिए डॉ ढींगरा ने अनिल गुप्ता मैडम रजनी गुप्ता एवं विक्रम सिंह के प्रयासों की दिल खोलकर सराहना की और कहा कि वे इसी तरह विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारते रहे ताकि विद्यार्थी उचित अवसर मिलने पर इससे लाभान्वित होकर अपने व्यक्तित्व का विकास कर सके।