जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय के मनोविज्ञान और संगीत विभाग द्वारा सक्षम पंजाब के संयुक्त तत्त्वावधान में संवेदना शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस शिविर में नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध शिक्षा उपयोगी टेक्नालजी का प्रदर्शन करते हुए दृष्टिवान लगभग 100 विद्यार्थियों को नेत्रहीनों को पेश आने वाली चुनौतियों के प्रति संवेदनशील किया गया। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु दिल्ली सक्षम से आई प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. आरती व उनकी टीम ने विद्यार्थियों को विभिन्न गतिविधियों में संलग्न करके उनकी संवेदना को जगाया। इन गतिविधियों में आंखों पर पट्टी बांध कर चलना तथा ब्रेल लिपि और बोलने वाली डिवाइसिस का प्रयोग करवाते हुए उन्हें इस बात का अहसास करवाया गया कि किस प्रकार नेत्रहीन विद्यार्थी जीवन की चुनौतियों का सामना करते हैं। नेत्रहीनों से संबंधित क्विज का आयोजन करके दृष्टिवान विद्यार्थियों के ज्ञान में भी वृद्धि की गई। इस अवसर पर पोस्टर मेकिंग व स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। बतौर मुयातिथि निविया स्पोर्ट्स से दिव्या खरबन्दा उपस्थित थी। उन्होंने इस कार्यक्रम के प्रति अपनी सराहना दर्शाते हुए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
सक्षम स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों ने हम होंगे कामयाब गीत गाकर आशा व ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम के दूसरे दिन टेक्नो सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से दृष्टिहीन व्यक्तियों ने भाग लिया। पंजाब केसरी के निदेशक अभिजय चोपड़ा मुख्यातिथि तथा प्रवीण अबरोल व अघोष मित्तल विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे। इस अवसर पर 25 दृष्टिहीन छात्रों को एंड्राइड टैबलेट व कीबोर्ड के साथ स्मार्टफोन वितरित किए गए। उपकरणों के उपयोग तथा स्वतंत्र जीवन को अपनाने के लिए 4 दिनों का गहन प्रशिक्षण दिया गया। दिल्ली सक्षम से आए श्रीकृष्ण ने पढऩे व लिखने के लिए लैपटॉप के उपयोग का प्रदर्शन किया। मुख्यातिथि ने संगठन व उसके कार्यों के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की। दीपिका सूद, महासचिव सक्षम पंजाब और डॉ. प्रेम सागर, विभागाध्यक्ष संगीत विभाग एचएमवी के सहयोग से इस कार्यक्रम का संचालन किया गया। जिसमें डॉ. आरती, सोनाली, विकास व यतिन शामिल थे। विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को स्मार्ट वॉच, ब्लूटुथ स्पीकर, इयर पॉडस जैसे आकर्षक पुरस्कार दिए गए। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन, मनोविज्ञान विभागाध्यक्षा डॉ. आशमीन कौर व डॉ. नवरूप कौर, पंजाबी विभागाध्यक्षा ने कार्यक्रम की सफलता पर खुशी व्यक्त की।