जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने विश्व फोटोग्राफी दिवस के उपलक्ष्य में विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया। इस अवसर पर नामी फर्म थर्ड आई पिक्चर से पेशेवर फिल्म निर्माता एवं छायाकार सुखमनजोत सिंह विशेष वक्ता के तौर पर शामिल हुए! इस कार्यक्रम का मार्गदर्शन कुलपति प्रो. (डॉ.) सुशील मित्तल, रजिस्ट्रार डॉ. एसके मिश्रा ने किया। दोनों उच्च अधिकारियों ने पत्रकारिता के क्षेत्र में व्यावहारिक दृष्टिकोण एवं दैनिक अनुप्रयोग के साथ इस रचनात्मक कार्यशाला के आयोजन के लिए विभाग, इसके संकाय और छात्रों को बधाई दी। पत्रकारिता विभाग के प्रमुख प्रो. (डॉ.) रणबीर सिंह एवं सहायक प्रोफेसर डॉ. एकता महाजन ने सुखमनजोत सिंह को पुष्प भेंट कर आभार व्यक्त किया। प्रोफेशनल सुखमनजोत सिंह ने फोटोग्राफी के बुनियादी नियमों के बारे में बात की और एक सफल फोटोग्राफर बनने के लिए धैर्य रखने पर जोर दिया। उन्होंने फोटोग्राफी में प्रकाश की अवधारणा एवं फ्रेमिंग के महत्व को भी समझाया।
उन्होंने अपने द्वारा खींची गई तस्वीरों का उदाहरण देते हुए तथा क्षेत्र में अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करते हुए कुछ उदाहरण दिए। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा उठाए गए प्रश्नों के उत्तर धैर्यपूर्वक दिए। विद्यार्थियों के साथ फोटोग्राफी अवधारणाओं एवं कैमरा हैंडलिंग तकनीकों की समझ को गहरा करने के लिए एक प्रैक्टिकल वर्कशाप भी की गई। इस अवसर पर सुखमनजोत सिंह द्वारा फोटोग्राफी की एक प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें विद्यार्थियों ने “प्रकृति एवं वास्तुकला” विषय पर तस्वीरें खींची। बी.ए. जेएमसी पांचवें सेमेस्टर की छात्रा अनुष्का ने प्रथम पुरस्कार जीता, जबकि बीए जेएमसी प्रथम सेमेस्टर की लववीर कौर दूसरे स्थान पर रही तथा बीए जेएमसी तीसरे सेमेस्टर के राहुल ने तीसरा पुरस्कार जीता। विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. एकता महाजन ने अतिथि प्रोफेशनल का इस वर्कशॉप के लिए धन्यवाद दिया! उन्होंने विद्यार्थियों के साथ अपने बहुमूल्य अनुभव साझा करने तथा भविष्य में सफल नवोदित पत्रकार बनने के लिए उनके ज्ञान को समृद्ध करने के लिए वक्ता की सराहना की। पत्रकारिता एवं जनसंचार स्नातक की छात्रा बबनप्रीत कौर ने मंच संभाला। इस अवसर पर विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. संजीव कुमार, मंगला साहनी, गरिमा गंगहारिया एवं एच.के. सिंह भी विद्यार्थियों का सहयोग करने के लिए मौजूद थे।