चंद्र मोहन, प्रधान , आर्य शिक्षा मंडल ने मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत
जालंधर (अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं स्वायत्त संस्था कन्या महाविद्यालय,जालन्धर में 139वें सरस्वती पूजन समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में श्री चंद्रमोहन (प्रधान, आर्य शिक्षा मंडल) बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए । इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक कमेटी के उपाध्यक्ष डॉ. सुषमा चावला,सम्मानित सदस्यों सुषमा चावला, नीरजा चंद्रमोहन, ध्रुव मित्तल, कोषाध्यक्ष,डॉ. सतपाल गुप्ता, सुशीला भगत, शिव मित्तल ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा को बढ़ाया ।सरस्वती पूजन विद्यालय का परंपरागत समारोह है जिसमें विद्यालय में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को स्वागत उनकी बड़ी बहनों द्वारा किया जाता है। प्रत्येक वर्ष की तरह इस अकादमिक सत्र की शुरुआत इस पवित्र समारोह से की गई।छात्राओं ने मिलकर सरस्वती आराधना और राष्ट्रप्रेम के परंपरागत गीत गाए।
विद्यालय प्राचार्या प्रो. डॉ. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया और विद्यालय की उपलब्धियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने इस बात पर प्रकाशडाला कि संस्था लगातार बदलते समय की मांग को ध्यान में रखते हुएअकादमिक क्षेत्र में प्रतिदिन सफलता के नए आयाम स्थापित करइतिहास रच रही है. इसके साथ ही कॉलेज के द्वारा भारत की नई शिक्षानीति को मुकम्मल रूप से लागू करने के विषय को उन्होंने बेहद गौरवई बताया. उन्होंने कहा कि कन्या महा विद्यालय पंजाब की पहली महिलासंस्था है जिसे ऑटोनॉमस संस्था होने का सम्मान प्राप्त हुआ है तथा आजकन्या महा विद्यालय को इंडिया टुडे, आउटलुक एवं टाइम्स ऑफ इंडियाजैसे सम्मानित मैगज़ीन के अलावा विभिन्न सर्वेक्षणों में भारत के। सर्वोत्तमकॉलेजों में से एक होने का गौरव भी प्राप्त हुआ है.यह उल्लेखनीय है कि अमेरिका और फ्रांस में 9 प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय प्लेसमेंट्स के साथ-साथ, कॉलेज को भारत सरकार द्वारा 65 आई.पी.आर. भी प्रदान किए गए हैं।
समारोह के मुख्यातिथि चंद्रमोहन ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज आपको अपनी मनपसंद क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने की आज़ादी हासिल है। आप इस आज़ादी से एक बेहतर विकल्प का चुनाव करते हुए उसमें अपने कैरियर को उच्चतम शिखर तक ले जाने के लिए आज संकल्प करें विद्यालय का अनुकूल वातावरण और सुयोग्य नेतृत्व तथा आपके प्राध्यापकों का सहयोग आपको हर समय प्राप्त है। उन्होंने छात्राओं को अपने जीवन में समय के महत्व को समझने और उसका सदुपयोग करने की प्रेरणा देते हुए छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। समारोह के दौरान विद्यालय के हिंदी विभाग की वार्षिक शोध पत्रिका उन्मीलन शोध और सृजन के 17 वें अंक का लोकार्पण किया गया।आज के इस समारोह के दौरान अंग्रेजी विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिकाओं डॉ. मधुमीत (डीन स्टूडेंट वेलफेयर) एवं डॉ. रीना शर्मा को लिटरेरी पर्सपेक्टिव के संपादन के लिए सम्मानित किया गया। इस वर्ष विद्यालय के कईप्राध्यापकों को उनकी पी.एच.डी. सफलतापूर्वक संपन्न करने, पुस्तकप्रकाशन के लिए एवं आई.पी.आर. प्राप्त करने पर माननीय अतिथियों केद्वारा सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की संपूर्णता से पूर्व विद्यालय प्रबंधक कमेटी की वरिष्ठ सदस्या सुशीला भगत ने अपने संक्षिप्त संबोधन में विद्यालय के अविस्मरणीय इतिहास का उल्लेख करते हुए सभी छात्राओं को जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि हम पॉजिटिव रहें तो असंभव काम भी कर सकते हैं।उन्होंने समूर्ण आयोजक मंडल को समारोह के सफ़ल आयोजन के लिए मुबारकबाद दी। उल्लेखनीय है कि समारोह के दौरान नृत्य विभाग की छात्राओं ने वीणा वादिनी वर दे भजन पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुति के रूप में माँ सरस्वती की आराधना की।मैडम प्रिंसिपल नहीं इस प्रोग्राम की सफल आयोजन केलिए डॉ. मधुमीत, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. मंजू साहनी, अध्यक्षा, केमिस्ट्री विभाग तथा डॉ. रीना शर्मा के साथ समूह आयोजक मंडल के द्वारा किए गए प्रयत्नों की प्रशंसा की।