पंजाब एवं चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन की 68वीं जनरल बैठक में लिये गये महत्वपूर्ण फैसले

2024-26 के लिए पीसीसीटीयू की नई कार्यकारिणी गठित

जालंधर (अरोड़ा) :- पंजाब और चंडीगढ़ कॉलेज शिक्षक संघ की 68वीं की जनरल हाऊस बैठक का आयोजन लायलपुर खालसा कॉलेज जालंधर में किया गया जिसमें पंजाब और चंडीगढ़ के 136 निजी सहायता प्राप्त कॉलेजों के शिक्षकों ने अपने हितों के सामने आने वाली चुनौतियों से लड़ने का संकल्प लिया। इस मौके पर उक्त कालेज के प्रि. जसपाल सिंह मुख्य मेहमान के तौर पर शामिल हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन डॉ. विनय सोफ्ट-प्रधान पीसीसीटीयू, डॉ. गुरदास सिंह सैखो-जनरल सैक्रेटरी, डॉ. जगदीप कुमार- उपप्रधान, डॉ. भूपिन्द्र सिंह-वित्त सचिव, पंजाब के तीनो यूनिवर्सिटी के ऐरिया सैक्रेटरीज़ व प्राध्यापकों ने किया। मुख्य मेहमान प्रि. डॉ. जसपाल सिंह ने पीसीसीटीयू द्वारा अध्यापकों के हितों के लिए किये गये संघर्ष की प्रशंसा की तथा आने वाले समय में उच्च शिक्षा के उत्थान के लिये आपसी ताल-मेल से कार्य करने का भरोसा दिया। आम सभा के उद्घाटन के दौरान पीसीसीटीयू के महासचिव प्रो. गुरदास सिंह सेखों ने 2022-2024 के लिए पीसीसीटीयू की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए उन्होंने पीपीसीटीयू की पिछली कार्यकारिणी की कमेटी की 2 वर्षों की उपलब्धियों के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि यूनियन की तरफ से पंजाब सरकार को सातवें पे कमिशन को पूर्णता से लागू करवाना, प्रदेश के सरकारी सहायता प्राप्त कालेजों में कार्यरत प्राध्यापकों की रिटार्यमैंट की उम्र 58 से 60 वर्ष पुणः बहाल करवाना, प्राध्यापकों की ग्रेच्युटी की रकम 10 लाख से 20 लाख एन्हांस करवाना, केंद्रीय दाखिला पौर्टल को कालेजो के अनुसार सरल बनाना, यूनिवर्सिटी अकादमी कलैण्डर लागू करवाने के बारे जनरल राऊस को जानकारी दी गई। उन्होंने इस मौके पर पीसीसीटीयू को आने वाले भविष्य में आने वाली विभिन्न चुनौतियों के बारे में भी एजेण्डा पेश किया। इसके तहत उन्होंने कवर्ड और अनकर्वड कालेज के अध्यापकों पर 7वें पे-कमिशन को एकसारता एवं समानता के रूप में लागू करवाना, 75 फीसदी ग्रांट को 95 फीसदी ग्रांट के रूप में पुनः बहाल करवाना, अन-कर्वड पोस्टों को 95 फीसदी कर्वड पोस्टों में तबदील करवाना, हायर ऐजुकेशन रेगुलैटरी एथौरटी पंजाब में कायम करवाना, तीनो यूनिवर्सिटों में सलैबस बनाते समय वहाँ के कार्यरत विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों की कमेटी बनाकर कोर्सों के सलैबस को बनाने में उनकी विचार-विमर्श करके समय रहते क्लासिस शुरू होने से पहले यूनिवर्सिटीज की वैबसाईड पर अपलोड करने, और नए अध्यापकों की पोस्टों की भर्ती पर लगी रोक को हटवाने से सम्बन्धित सभी माँगों को एकजुटता के साथ संघर्ष कर पूरा करवाने के लिये बल दिया। डॉ. गुरदास सैखो ने कहा कि बड़े ही दुःख की बात है कि केन्द्र सरकार ने नैशनल ऐजुकेशन पॉलिसी को उसमें मौजूद कुरीतियों को दूर किये बगैर जल्दबाजी में लागू कर देश के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों का भविष्य अन्धकार में धकैल दिया है । इसी लिये पीसीसीटीयू और एआईफैक्टो ने एनईपी को राष्ट्रीय स्तर पर निकार दिया है। डॉ. विनय सोफट- प्रधान पीपीसीटीयू एवं उप-प्रधान एआईफक्टो ने विभिन्न कॉलेजों के शिक्षकों की समस्याओं से संबंधित सवालों का जवाब देते हुए ने कहा कि पीसीसीटीयू का मुख्य उद्देश्य इस वित्तीय वर्ष में 7वें पे-कमिशन को पूर्ण रूप से सभी कालेजों में लागू करवाना है । उन्होंने कहा कि सरकारी कॉलेजों की तर्ज पर अनुदानित कॉलेज भी प्रोफेसरों के मामले में तेजी लाने और रिक्त पदों को कवर करने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इसमें कुछ तकनीकी पेचीदगियां भी हैं जो कि जल्द दूर करवायी जाएंगी। डॉ. विनय सोफट ने कहा कि जिस नैशनल ऐजुकेशन पॉलिसी को केन्द्र सरकार हड़बड़ाहट में बिना अध्ययन करवाये और समय-समय पर देश के विभिन्न बुद्धिजीवियों द्वारा बताई गई कुरीतियों को दूर किये बगैर धक्के से लागू करवा रही है इसी एनईपी में मौजूद सभी मॉडूल्स को जब अमेरिका में 1984 में इसके जनकों द्वारा पहली बार वहाँ के एक राज्य यूटाह में लागू किया गया तो यह सारी की सारी नाकाम साबित हो गई थी जिसे आज 2024 में देश में लागू करने के बारे में सोचा जा रहा है। डॉ. विनय सोफट ने पंजाब की तीनों यूनिवर्सिटों को अगाह करते हुए कहा कि नैशनल ऐजुकेशन पॉलिसी के ड्राफ्ट में कहीं भी किसी भी विषय को खत्म करने की बात नहीं की गई है इसीलिए यूनिवर्सिटीज़ इस तरह का कोई भी गल्त कार्य ना करें वरना पीसीसीटीयू तथा एआईफक्टो इसका सख्त संज्ञान लेगी। इसके उपरान्त वर्ष 2024-2026 के लिए नई कार्यकारिणी का चुनाव किया गया, जिसके तहत प्रो. सीमा जेटली-प्रधान पीसीसीटीयू, प्रो. जगदीप कुमार गड़दीवाल- उप-प्रधान, डॉ. गुरदास सिंह सेखों-जनरल सैक्रेटरी, डॉ. भूपिन्द्र सिंह- वित्त सचिव, डॉ. सुखदेव सिंह रंधावा- एरिया सेक्रेटरी गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, प्रो. रमन शर्मा- एरिया सेक्रेटरी पंजाब यूनिवर्सिटी, डा. बहादुर सिंह -पंजाबी यूनिवर्सिटी का एरिया सेक्रेटरी चुना गया। कार्यकारिणी सदस्य के रूप में डॉ. विनय सोफट, प्रो. सुरजीत सिंह, प्रो. रोहित कुमार, प्रो. वरुण गोयल, प्रो. ललित कुमार, प्रो. भानु गुप्ता, प्रो. गुरप्रीत सिंह, प्रो. इकबालप्रीत कौर, प्रो. चरणजीत सिंह, प्रो. अदिति को सर्वसम्मति से चुना गया। वित्त सचिव डॉ. भूपिंदर सिंह द्वारा प्रस्तुत वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट को सर्वसम्मति से पारित किया गया। सभी ने पीसीसीटीयू के दिवंगत कर्मठ शिक्षकों को उनके अकास्मीय निधन पर शोक प्रकट किया गया तथा श्रद्धांजलि दी गई ।

Check Also

बी. बी.के डी.ए.वी महाविद्यालय में नववर्ष 2025 के उपलक्ष्य पर वैदिक हवन यज्ञ का आयोजन

अमृतसर (प्रतीक) :- बी बी के डी ए वी कॉलेज की आर्य युवती सभा द्वारा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *