जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे स्कूल महावीर मार्ग जालंधर के सभागार में अपनी कर्मनिष्ठ, प्रतिभावान सुषमा पॉल बर्लिया (चेयरपर्सन, एपीजे एजुकेशन, को फाउंडर एंड चांसलर, एपीजे सत्य यूनिवर्सिटी, चेयरपर्सन एंड प्रेसिडेंट, एपीजे सत्य और स्वर्ण ग्रुप, चेयरपर्सन-एपीजे सत्य एजुकेशन रिसर्च फाऊंडेशन) के सकारात्मक और कुशल नेतृत्व और आशीर्वाद के साथ एक विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई, जिसमें पूरे उत्साह और सम्मान के साथ कारगिल विजय दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय के एनसीसी कैडेट्स द्वारा कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान को स्मरण करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित था।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रिंसिपल संगीता निस्तन्द्रा के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने कारगिल युद्ध के महत्त्व और उसमें भारतीय सेना की विजय के बारे में विद्यार्थियों को बताया। सभा के दौरान, कुछ विद्यार्थियों ने नाटक द्वारा कारगिल युद्ध से जुड़ी कहानियाँ और वीर सैनिकों के साहसिक कार्यों का वर्णन किया। इन कहानियों ने सभी को प्रेरित किया और देशभक्ति की भावना से भर दिया। छात्रों ने देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों और नृत्य के माध्यम से सैनिकों की वीरता और करगिल विजय दिवस के महत्व को प्रस्तुत किया।
इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल छू लिया और उन्हें जोरदार तालियों से सराहा गया। कार्यक्रम का समापन एक मौन श्रद्धांजलि के साथ हुआ, जिसमें सभी ने उन सैनिकों की याद में एक मिनट का मौन रखा जिन्होंने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर गर्व से राष्ट्रगान गाया, जिससे माहौल में देशभक्ति की भावना और अधिक प्रबल हो गई। एपीजे स्कूल में करगिल विजय दिवस का यह आयोजन न केवल अतीत की यादगार था बल्कि युवा मनों में साहस, देशभक्ति और सशस्त्र बलों के प्रति सम्मान के मूल्य स्थापित करने का एक अवसर भी था। यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा जिससे छात्रों, शिक्षकों और समुदाय के बीच एकता और राष्ट्रीय गर्व की भावना को बढ़ावा मिला।