जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी यूनिवर्सिटी ने ‘रिंकल्स अच्छे हैं’ अभियान के माध्यम से ऊर्जा-बचत प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए सीएसआईआर की पहल को अपनाया है। सोमवार को बिना प्रेस किए हुए कपड़े पहनने के सीएसआईआर अभियान से प्रेरित होकर, सीटी यूनिवर्सिटी ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य को और समर्थन देने के लिए ‘रिंकल्ड ट्यूसडे’ लॉन्च किया। मंगलवार को अभियान की शुरूआत में सीटी यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिन्होंने बिना प्रेस किये कपड़े पहनकर अपना समर्थन देने का वादा किया। कपड़े प्रेस करने से प्रति सेट लगभग 200 ग्राम कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न होता है। गैर-प्रेस कपड़े चुनकर, व्यक्ति कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को रोक सकते हैं, इस प्रकार पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। सीटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी ने इस अभियान के प्रति अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण को बचाने के लिए सामूहिक प्रयास बहुत महत्वपूर्ण हैं। ‘रिंकल्ड ट्यूसडे’ जैसी पहल न केवल स्थिरता को बढ़ावा देती है बल्कि जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करती है। इस अवसर पर डीन एकेडमिक डाॅ. सिमरन और छात्र कल्याण विभाग के निदेशक दविंदर सिंह उपस्थित थे और उन्होंने इस हरित पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
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