हमेशा लक्ष्य ऊंचा रखें, आत्म-अनुशासित रहें एवं हर दिन अपना मूल्यांकन करें: कुलपति प्रो. (डॉ.) सुशील मित्तल
जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) के मुख्य परिसर कपूरथला में नव प्रवेशित छात्रों के लिए स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम (एसआईपी) का उद्घाटन किया गया! पहले दिन 300 से अधिक विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया। विश्वविद्यालय के वरिष्ठ नेतृत्व, कुलपति प्रो. (डॉ.) सुशील मित्तल, रजिस्ट्रार डाॅ. एस.के. मिश्रा, डीन छात्र कल्याण डाॅ. गौरव भार्गव, डीन फैकल्टी वेलफेयर डाॅ. सतवीर सिंह एवं विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के हेड संकाय विद्यार्थियों से मुखातिब हुए! कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) मित्तल ने टीम के सभी वरिष्ठ सदस्यों के साथ शमा रौशन करने के साथ की। शैक्षणिक सत्र 2024-25 के अपने पहले संबोधन में कुलपति प्रो. (डॉ.) सुशील मित्तल ने विद्यार्थियों एवं अभिभावकों का स्वागत किया। शैक्षणिक और प्रशासनिक जीवन के अपने लंबे एवं समृद्ध अनुभव के साथ, उन्होंने छात्रों को उच्च लक्ष्य रखने एवं अपनी बाधाओं से न डरने के लिए प्रेरित किया। छात्रों को उनका मुख्य संदेश आत्म-अनुशासन विकसित करने, समय सारिणी का पालन करने, हर दिन आत्म-मूल्यांकन करने, खुद के लिए जिम्मेदार होने, कड़ी मेहनत करने और समाज की सेवा करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया! डॉ. एस.के. मिश्रा, रजिस्ट्रार (आईकेजीपीटीयू) ने विश्वविद्यालय चुनने के लिए नव प्रवेशित छात्रों का स्वागत किया और बधाई दी। उन्होंने छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित किया! उन्होंने छात्रों को अवसर तलाशने एवं विश्वविद्यालय के उच्च योग्य संकाय सदस्यों से मार्गदर्शन लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया। डीन डाॅ. गौरव भार्गव ने छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत किया एवं उन्हें एन.एस.एस, यूथ, स्पोर्ट क्लब गतिविधियों और खेल गतिविधियों के माध्यम से छात्रों के आत्म-विकास के लिए उपलब्ध विभिन्न अवसरों के बारे में बताया। उन्होंने छात्रों को विश्वविद्यालय सांस्कृतिक मेलों और युवा मेलों के माध्यम से सांस्कृतिक गतिविधियों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। डॉ. हरमीन सोच, हेड प्रबंधन विभाग ने छात्रों को नियमित रूप से पुस्तकालय एवं प्लेसमेंट सेल का दौरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को सामान्य जीवनशैली और अध्ययन के समय के बीच स्वस्थ संतुलन बनाए रखने का भी सुझाव दिया! डॉ. यादविंदर बराड़, हेड, इलेक्ट्रिकल विभाग ने समय प्रबंधन के महत्व पर अपनी बात रखी! ई.सी.ई विभाग के प्रोफेसर एवं एचओडी डॉ. सतवीर सिंह ने विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को खेल और अन्य पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियों में अधिक भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। मंच सञ्चालन सहायक प्रोफेसर (पंजाबी) डॉ. सरबजीत सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सहायक प्लेसमेंट निदेशक डाॅ. मृगिंदर सिंह बेदी एवं यूनिवर्सिटी प्रोग्रामर जितेंद्र नरूला ने विभिन्न विभाग स्तरीय टीमों के सहयोग से इस उद्घाटन सत्र को सफल बनाया!