जालंधर (अजय छाबड़ा) :- सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने स्कूल प्रिंसिपलों और निदेशकों की देखरेख में पेपर बैग दिवस मनाया। शिक्षा में जीवन कौशल अब साक्षरता के समान ही महत्वपूर्ण है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए एक खतरनाक टाइम बम है। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करने के इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों ने पुराने अखबारों का पुन: उपयोग करके पेपर बैग बनाकर विश्व पेपर बैग दिवस मनाया और इसे सजाकर अपनी रचनात्मकता और कलात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने आकर्षक पेपर बैग बनाए और उन्हें स्टिकर और अन्य सजावट सामग्री से सजाया। शिल्प गतिविधि न केवल विद्यार्थियों के लिए मजेदार और आकर्षक थी, बल्कि वे अपने बैग को अपने दैनिक जीवन में घर पर उपयोग करने के लिए भी उत्साहित थे।
इस मजेदार गतिविधि ने बच्चों को पर्यावरण में अपना योगदान देने और ग्रह को नुकसान पहुंचाना बंद करने के लिए भी प्रेरित किया। इस अवसर पर शाखा प्राचार्यों ने बताया कि विश्व पेपर बैग दिवस हर साल 12 जुलाई को पूरे विश्व में प्लास्टिक बैग के बजाय कागज के थैलों के दैनिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है, उन्होंने यह भी बताया कि यह दिवस हर साल लोगों को प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण और प्राकृतिक पर्यावरण के लिए इसके गंभीर खतरे के बारे में जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। प्लास्टिक कचरे को विघटित होने में हजारों साल लगते हैं, इसलिए सिंगल यूज प्लास्टिक बैग के दुष्प्रभावों को समझना महत्वपूर्ण है। इस मौके ग्रुप के वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने सभी छात्रों की इस पहल पर सराहना की और सभी छात्रों को प्लास्टिक बैग के बजाय कागज के थैलों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।