जालंधर (अरोड़ा) :- डॉ. सत्य पॉल की धर्मपत्नी राजेश्वरी पॉल को 8 जुलाई 2024 को एपीजे स्कूल मॉडल टाउन जालंधर के कार्यवाहक प्रधानाचार्या, स्टाफ और छात्रों द्वारा उनकी 100वीं जयंती पर याद किया गया। एपीजे की प्रथम महिला राजेश्वरी पॉल को पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यवाहक प्रधानाचार्या प्रियंका ग्रोवर ने एपीजे एजुकेशन सोसाइटी की अध्यक्षा सुषमा पॉल बर्लिया का संदेश पढ़ा। अपने संदेश में उन्होंने अपनी मां को बड़े स्नेह के साथ याद किया। छात्रों को एपीजे एजुकेशन की प्रथम महिला के गौरवशाली जीवन और उपलब्धियों के बारे में बताया गया तथा उनके जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण पलों को छोटी सी प्रस्तुति के माध्यम से दिखाया गया। महिला सशक्तिकरण और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को याद किया गया। इस उपलक्ष्य पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया जिसमें प्रधानाचार्य अध्यापकों विद्यार्थियों तथा अभिभावकों द्वारा ज्योति प्रज्वलित करके दिव्य आत्मा को पुष्पांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर महान आत्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए भक्ति गीत गाए गए और भजन गाए गए। स्कूल के नृत्य समूह ने एक सुंदर कथक नृत्य प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद कार्यवाहक प्रधानाचार्या द्वारा कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। कला प्रदर्शनी स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गई थी।माननीय प्रथम महिला को एक गौरवशाली श्रद्धांजलि के रूप में, ‘सहानुभूति’ विषय के अंतर्गत एक सामुदायिक सेवा परियोजना शुरू की गई, जिसमें एपीजे स्कूल मॉडल टाउन के इंटरेक्ट क्लब ने छात्रों द्वारा एक सामुदायिक सेवा का पहला प्रोजेक्ट शुरू किया गया,विद्यार्थियों ने खोसला मूक बधिर विद्यालय का दौरा किया। वहां एक चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें एपीजे स्कूल और खोसला स्कूल के विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया।विद्यार्थियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र दिए गए। कार्यवाहक प्रधानाचार्या प्रियंका ग्रोवर ने विद्यार्थियों से राजेश्वरी पॉल द्वारा दिखाए गए धर्म के मार्ग पर चलने का आग्रह किया। स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से सभी विद्यार्थियों और कर्मचारियों को मिठाई वितरित की गई।