के.एम.वी. द्वारा प्रत्येक प्रोग्राम में 70% तक स्किल कॉम्पोनेंट की शुरुआत

के.एम.वी. छात्राओं को भविष्यवादी प्रगतिशील शिक्षा प्रदान कर सशक्त बनाने में सदा ही अग्रणी: प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- नारी शिक्षा एवं सशक्तिकरण में अग्रणी, भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के द्वारा समय-समय पर कई ऐसे प्रयत्न किए जाते रहते हैं जिनसे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टा लाई जा सके. इसी श्रंखला में विद्यालय के द्वारा एक और नई पहल करते हुए अपनी छात्राओं को मौजूदा समय के रोज़गार के अवसरों के अनुसार कौशल प्रदान करने के मकसद के साथ प्रत्येक प्रोग्राम में 70% तक स्किल कॉम्पोनेंट की शुरुआत की गई है. इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हुए विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अनुसार शुरू किए गए स्किल कॉम्पोनेंट अपग्रेडेड सिलेबस, व्यापक इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग तथा इंटर्नशिपस के पूरक हैं. मौजूदा पेशेवर युग की मांग को ध्यान में रखते हुए कन्या महा विद्यालय के द्वारा क्लासरूम लर्निंग तथा प्रैक्टिकल एप्लीकेशन के आपसी अंतराल को खत्म करने का एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया गया है. कौशल पर आधारित पाठ्यक्रम के साथ छात्राएं अपने संबंधित क्षेत्र में व्यावहारिक विशेषज्ञता को विकसित करने का अवसर प्राप्त कर सकेंगी. इस पहल का एक मुख्य उद्देश्य छात्राओं के लिए प्लेसमेंट के अवसरों में भी बढ़ोतरी लेकर आना है. बेहद मज़बूत ढंग से कौशल प्रदान कर तथा विभिन्न इंडस्ट्रीज़ का अनुभव प्रदान करते हुए कन्या महा विद्यालय छात्राओं को रोज़गार के लिए तैयार करने के इलावा सफल करियर की संभावनाएं सुनिश्चित करने के लिए भी प्रयासरत है. विद्यालय छात्राओं को रोज़गार हासिल करने में सहायता तथा उन्हें व्यवसायिक सफलता की राह पर अपने आप को स्थापित करने की और भी प्रतिबद्ध है. अपग्रेडेड पाठ्यक्रम इंडस्ट्री की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर बेहद गंभीरता से डिज़ाइन किया गया है ताकि छात्राएं अपने संबंधित क्षेत्र की गहन जानकारी तथा मुहारत हासिल कर सकें. नई प्रगति तथा नए रुझानों को शामिल कर कन्या महा विद्यालय छात्राओं को समकालीन तथा ज़रूरी शिक्षा प्रदान करता है जिससे उनमें इनोवेशन तथा अनुकूलन क्षमता को बढ़ावा दिया जा सके. आगे बात करते हुए उन्होंने बताया कि इस कोर्स वर्क के अनुसार कन्या महा विद्यालय के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों की प्रसिद्ध इंडस्ट्रीज़ तथा संस्थाओं के साथ अच्छी पार्टनरशिपस स्थापित की गई है तथा इन टाई-अप्स एवं सहयोग के द्वारा छात्राएं ज़रूरी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग तथा इंटर्नशिप प्राप्त करते हुए वास्तविक जीवन की चुनौतियों से प्रत्यक्ष रूप में अवगत हो सकेगी. यह अवसर उन्हें प्रैक्टिकल स्किल्स, इंडस्ट्री इनसाइट्स तथा नेटवर्किंग कनेक्शन में सशक्त बनाएंगे जो व्यवसायिक जीवन में सफल बदलाव के लिए बेहद ज़रूरी है.

इसके साथ ही कन्या महाविद्यालय के द्वारा समकालीन तथा रोज़गार पर आधारित नए युग के मल्टीडिसीप्लिनरी प्रोग्राम भी अग्रणी रूप से शुरू किए गए हैं तथा इसके साथ ही एक और पहल कदमी करते हुए संस्था के द्वारा दिए बी.ए. में विजुअल कम्युनिकेशन, टूरिज्म, ऑफिस मैनेजमेंट, न्यूट्रिशन एंड वैलनेस तथा रिटेल मैनेजमेंट जैसे स्किल डेवलपमेंट विषयों की भी शुरुआत की जा चुकी है. प्रो. दिवेदी ने आगे बात करते हुए बताया कि कन्या महा विद्यालय में पहले से ही किए गए शिक्षा से संबंधित सुधार नई शिक्षा नीति के अनुकूल है और कौशल पर आधारित शिक्षा को केंद्र में रखकर ही स्किल डिवेलपमेंट प्रोग्राम समय की मांग के अनुसार शुरू किए गए हैं ताकि छात्राएं आत्मनिर्भरता तथा सशक्तिकरण की ओर सफलतापूर्वक बढ़ सकें. उल्लेखनीय है कि कन्या महा विद्यालय के द्वारा कौशल केंद्र के अंतर्गत 8 स्किल डेवलपमेंट बी. वॉक प्रोग्राम्स एनिमेशन, रिटेल मैनेजमेंट, मैनेजमेंट एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिसिज़, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस, हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म, न्यूट्रिशन, एक्सरसाइज एंड हेल्थ, टैक्सटाइल डिज़ाइन एंड अपैरल टेक्नोलॉजी तथा ब्यूटी एंड वैलनेस के इलावा 3 एम. वॉक कोर्सेज एनीमेशन एंड वी.एफ.एक्स., रिटेल मैनेजमेंट तथा टैक्सटाइल डिज़ाइन एंड अपैरल टेक्नोलॉजी बेहद सफलतापूर्वक चलाए जा रहे हैं. अंत में उन्होंने कहा कि कन्या महाविद्यालय में छात्राओं के सर्वपक्षीय विकास को सदा पहल दी जाती है तथा विद्यालय की 70% तक के स्किल कॉम्पोनेंट की यह नई पहल अपग्रेडेड सिलेबस तथा व्यापक इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग एवं इंटर्नशिपस कन्या महा विद्यालय के छात्राओं को एक परिवर्तनकारी शैक्षिक के अनुभव देने की प्रतिबद्धता की गवाही देते हैं. हमें विश्वास है कि यह कदम छात्राओं को ना केवल मौजूदा मुकाबले के युग के लिए सशक्त बनाएंगे बल्कि भविष्य में भी उनके सफल कैरियर का एक मज़बूत आधार साबित होंगे।

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