अमृतसर (प्रतीक) :- बी बी के डी ए वी काॅलेज फार विमेन के प्रांगण में महात्मा हंसराज जी के जन्मोत्सव को समर्पित विशेष वैदिक हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य यजमान के रुप में स्थानीय प्रबंधकत्र्री समिति के अध्यक्ष सुदर्शन कपूर सहित प्राचार्या डॉ. पुष्पिंदर वालिया हवन यज्ञ में उपस्थित रहे। यहाँ विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि डाॅ. पुष्पिन्दर वालिया, प्रिंसिपल बी बी के डी ए वी काॅलेज फाॅर विमेन, अमृतसर को शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए महात्मा हंसराज सम्मान से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें पद्मश्री डाॅ. पूनम सूरी, प्रधान डी ए वी सी एम सी कमेटी, नई दिल्ली द्वारा महात्मा हंसराज जी की पावन जयंती के अवसर पर पानीपत, हरियाणा में 20 अप्रैल, 2024 को आयोजित भव्य समारोह समर्पण दिवसष् पर दिया गया। इस सम्मान से अलंकृत होने पर स्थानीय प्रबन्धकत्र्री समिति के सदस्यों, अमृतसर के विभिन्न आर्य समाजों के सदस्यों तथा अतिथियों सहित काॅलेज के टीचिंग-नान टीचिंग के सदस्यों तथा छात्राओं द्वारा ढ़ोल की ताल, शंखनाद एवं रसमय पंजाबी बोलियों के मध्य पुष्प गुच्छों और मालाएँ भेंट कर स्वागत किया गया एवं बधाई दी गई। इस सम्मान के लिए डाॅ. पुष्पिन्दर वालिया ने ईश्वर को धन्यवाद देते हुए अपने स्वर्गीय पिता जी के योगदान को स्मरण किया। डाॅ. पुष्पिन्दर वालिया ने माननीय अध्यक्ष पद्मश्री डाॅ. पूनम सूरी जी का धन्यवाद करते हुए उनके कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होेंने बी बी के परिवार के अभूतपूर्व टीमवर्क के लिए उनकी प्रशंसा की। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रिंसिपल डॉ. पुष्पिंदर वालिया ने महात्मा हंसराज को निस्वार्थ सेवा एवं त्याग की प्रतिमूर्ति के रूप में स्मरण किया। आपने अपने वक्तव्य में कहा कि महात्मा हंसराज की जयंती हमें उनकी महान शिक्षाओं, विचारों और सिद्धांतों की याद दिलाती है जो उन्होंने देश की शिक्षा और स्वतंत्रता के लिए बनाए थे। महात्मा हंसराज जी जैसी महान आत्माओं की कड़ी मेहनत के कारण डी ए वी संगठन देश में सबसे बड़ा गैर सरकारी शिक्षा नेटवर्क स्थापित करने में सक्षम हुआ है।
इस अवसर पर बोलते हुए इंद्रपाल आर्य (प्रधान, आर्य समाज लक्ष्मणसर एवं सदस्य, प्रबन्धकत्र्री समिति, नई दिल्ली) ने कहा कि महात्मा हंसराज ने शिक्षा के माध्यम से देश में क्रांति उत्पन्न की। राकेश मेहरा (प्रधान, आर्य प्रतिनिधि उपसभा, पंजाब) ने बताया कि महात्मा हंसराज ने शिक्षा के साथ-साथ पंजाब नेशनल बैंक और एल आई सी जैसी संस्थाओं के विकास में भी योगदान दिया। श्री विपिन भसीन (वरिष्ठ सदस्य, स्थानीय प्रबन्धकत्र्री समिति) ने उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए कहा कि महात्मा हंसराज जी अपने समय के महानतम सुधारवादियों में से एक थे जिन्होंने महिलाओं के सामाजिक उत्थान के लिए अथक प्रयास किया। आर्य समाज, माॅडल टाऊन से जवाहर लाल ने उपस्थिति से महात्मा हंसराज के बलिदान से सीख लेने और आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में उनके सिद्धांतों को अपनाने की अपील की। डॉ. सिमरदीप, डीन, अकादमिक और सुश्री किरण गुप्ता, डीन, एडमिशनज़ ने प्रिंसिपल डॉ. पुष्पिंदर वालिया को नारी सशक्तिकरण एवं स्त्री शिक्षा के प्रति उनके महत्पूर्ण योगदान के लिए प्रतिष्ठित महात्मा हंसराज पुरस्कार से सम्मानित होने पर बधाई दी। सुदर्शन कपूर ने प्रिंसिपल डॉ. पुष्पिंदर वालिया को महिला शिक्षा के क्षेत्र में उनकी असाधारण उपलब्धियों पर बधाई देते हुए कहा कि हम सभी को महात्मा हंसराज जी की निस्वार्थ भावना से सीखना चाहिए और इसी उत्साह के साथ देश की सेवा करनी चाहिए। कुशल मंच संचालन डाॅ. अनिता नरेन्द्र, अध्यक्षा, हिन्दी विभाग, द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या जी द्वारा डी वी ए पब्लिक स्कूल से अध्यापकों सहित बधाई देने के लिए आए हुए नन्हें मेहमानों का स्वागत किया गया तथा उपहार वितरण कर अपनी प्रसन्नता को सांझा किया गया। उल्लेखनीय है कि उपरोक्त सम्बोधनकर्ताओं के अतिरिक्त आर्य समाज माडल टाऊन से कर्नल वेद मित्तर व अतुल मेहरा, आर्य समाज शक्ति नगर से नीना कपूर, आर्य समाज पुतलीघर से मुरारी लाल, आर्य समाज लारेंस रोड से रेनू घई सहित बलबीर कौर बेदी, डाॅ. पल्लवी सेठी, पिं्रसिपल, डी ए वी पब्लिक स्कूल, अमृतसर, कॉलेज की आर्य युवती सभा के सदस्यों के साथ कॉलेज के टीचिंग एवं नाॅन-टीचिंग के सदस्य तथा छात्राएँ भी उपस्थित थीं।