जालंधर (अरोड़ा) :- डिप्स चेन ऑफ इंस्टीच्यूशन सिर्फ नाम नहीं है एक संगठन है, एक सशक्त विश्वास है अभिभावको का, विद्यार्थियों का। डिप्स एक नन्हा सा पौधा जो आज एक समाज में वटवृक्ष का रूप धारण कर चुका है। वटवृक्ष जो समाज में ऑक्सीजन देता है, डिप्स जो बच्चों में नई ऊर्जा भरता है, सपना दिखाता है सपने साकार करने का माध्यम दिखाता है और फिर उन सपनों को साकार करने के लिए बच्चों का हाथ पकड़ कर मंजिल तक पहुंचाने के नए आयाम दिखाता है। आज के प्रतिस्पर्धी माहौल में जहां माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे शांति से पढ़ाई करें, वहीं वे अन्य गतिविधियों में भी उनकी प्रतिभा को निखारना चाहते हैं। इन सभी मानदंडों को ध्यान में रखते हुए डिप्स अभिभावकों की पहली पसंद बन गए हैं। अभिभावकों का मानना है कि डिप्स में छात्र पाठ्यक्रम के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भाग लेकर इतने सक्षम हो रहे हैं कि उनका मानसिक और शारीरिक विकास हो रहा है और वे पूरे आत्मविश्वास के साथ भविष्य के लिए तैयार हैं। डिप्स केअध्यक्ष स्वर्गीय सरदार गुरबचन सिंह द्वारा डिप्स वृक्ष का बीजारोपण किया गया। गुरबचन सिंह जी का जन्म 10 मार्च 1946 को लायलपुर, पाकिस्तान में हुआ था और विभाजन के बाद वे पंजाब आ गये, उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा ढिलवां गाँव में प्राप्त की। उन्होंने गांव ढिलवां में डिप्स संस्था का पौधारोपण किया। सरदार गुरबचन सिंह जी सदैव आगे बढ़ने की सोचते थे। गुरबचन सिंह जी भविष्य का आकलन करते थे और फिर वर्तमान के लिए ऐसी नीतियां बनाते थे जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके। असाधारण व्यक्तित्व के धनी सरदार गुरबचन सिंह सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते थे और यही गुण उनके बेटे सरदार तरविंदर सिंह में भी मौजूद हैं, जिनके मार्गदर्शन और मजबूत नेतृत्व में डिप्स इंस्टीट्यूट रोज़ानानए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। डिप्स चेन के एमडी तरविंदर सिंह ने कहा कि उनके स्कूल के विद्यार्थी न केवल पढ़ाई के मामले में पूरी तरह विकसित हुए हैं बल्कि विभिन्न खेलों में भी अव्वल रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी संस्था ने हर क्षेत्र में शत-प्रतिशत योगदान दिया है, जैसे छात्रों के समग्र विकास के लिए खेलों की विशेष व्यवस्था की जाती है। छात्रों की शिक्षा को मुख्य रखते हुए विद्यालय में सभी विज्ञान प्रयोगशालाएँ अलग-अलग बनाई गई हैं, जिनमें सभी प्रकार के आवश्यक उपकरण मौजूद हैं। विद्यालय में विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाता है, जैसे तीरंदाजी, फुटबॉल, निशानेबाजी, हॉकी, वॉलीबॉल, क्रिकेट, मुक्केबाजी, बैडमिंटन, पूल टेबल, गतका आदि। विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ शैक्षिक भ्रमण भी कराया जाता है। विद्यालय में हर धर्म के त्यौहार बड़े हर्षोल्लास से मनाये जाते हैं। स्कूल की अपनी शूटिंग रेंज है। डिप्स चेनकीसीईओ मोनिका मंडोतरा का मानना है किडिप्स संस्थान का मुख्य उद्देश्य बिना किसी भेद-भाव के हर बच्चों का सम्पूर्ण विकास है ताकि ग्लोबली स्तर पर भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं का वह डट कर सामना कर सकें। बच्चों में लेखन व मौखिक गतिविधियों के साथ विभिन्न स्किल्स भी सिखाए जाते है ताकि वह जीवन में हर कदम पर आगे रहे। डिप्स के बच्चे न केवल सीबीएसई, पीएसईबी और यूनिवर्सिटी परीक्षाओं में अव्वल रहते है बल्कि सहोदया, इंटर डिस्ट्रिक, इंटर स्टेट और नैशलन खेल प्रतियोगिता, नैशनल सेमीनार प्रतियोगिता में भी कई पुरस्कार जीत चुके हैं।
शिक्षा
-
एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर के विद्यार्थियों ने किया अपना वर्चस्व स्थापित
28-Mar-2024 -
एच.एम.वी. में अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन
28-Mar-2024 -
पी.सी.एम.एस.डी.कॉलेज फॉर वूमेन, जालंधर में नेशनल साइंस डे मनाया गया
28-Mar-2024 -
सेंट सोल्जर ग्रुप हर उस छात्र के साथ जो कुछ बनना चाहता : चेयरमैन चोपड़ा
28-Mar-2024