(Date : 20/April/2424)

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डीएवी कॉलेज के दीक्षांत समारोह में 833 विद्यार्थियों ने हासिल की डिग्री






कॉलेज के 6 प्रोफेसरों को उनके शोध और पी एच डी की डिग्री प्राप्त होने पर किया गया सम्मानित

"जीवन में सफलता के लिए दृढ़ संकल्प का होना बहुत आवश्यक- लक्ष्यों को पाने के लिए हमें अपने अंदर उसे पाने की दीवानगी रखनी चाहिए:-डा.सुधीर मिश्रा"           

" इस डिग्री को नयी ज़िन्दगी की टिकट नही ,बल्कि यूनिवर्सिटी की ओर से दिए गए चुन्नौती के रूप में रखें ताकि आप समाज की बुराइओं से लड़ सके। आप सबको बड़े बड़े सपने देखने चाहिए, तथा अपने देश के लिए उच्च सपने देखने चाहिए ,क्यूंकि आप सब के कंधो पर देश की तरक्क़ी निर्भर है "  डॉ सतीश शर्मा 

जालंधर (साहिल अरोड़ा):- डी ए वी में कॉलेज के ऑडिटोरियम में कॉलेज के वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यातिथि डा. सुधीर मिश्रा, महानिदेशक (ब्रह्मोस) डीआरडीओ मुख्य मेहमान और डॉ सतीश शर्मा (डायरेक्टर कॉलेजेज़ डीएवी सीएमसी, नई दिल्ली) बतौर गेस्ट ऑफ़ ऑनर उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनदंन लोकल समिति के प्रेजिडेंट रिटायर्ड जस्टिस एन. के. सूद, पूर्व अध्यक्ष कुंदन लाल अग्रवाल, लोकल मैनेजमेंट से अरविंद घई, पूर्व डायरेक्टर कॉलेजेस डा. एम. एल. ऐरी, प्रिंसिपल डॉ एस. के. अरोड़ा, वाईस प्रिंसिपल प्रो विजय सरीन , प्रो टी.डी. सैनी, रजिस्ट्रार प्रो. अरुण मेहरा, स्थानीय सलाहकार समिति के सदस्यों प्रो कमलदीप डॉ मनु सूद , स्टाफ सेक्रेटरी प्रो. शरद मनोचा, जॉइंट स्टाफ सेक्रेटरी प्रो. अमित शर्मा, पब्लिक रिलेशंस अफसर प्रो मनीष खन्ना,डीन इग्ज़ैमिनेशन  प्रो सलिल उप्पल और समूह स्टाफ मेंबर्स नें किया।
 
दीक्षांत समारोह में 833 छात्रों  और छात्राओं को डिग्री दी गई, जिसमे से 350 के करीब कॉमर्स ग्रेजुएट थे और पोस्ट ग्रेजुएट थे। डा. सुधीर मिश्रा का कॉलेज परिसर में हर्षोउल्लास और उत्साह के साथ ज़ोरदार आगमन हुआ, जिसके बाद डा. मिश्रा  ने कहा कि कॉलेज पहुंचकर उन्हें अच्छा लगा, उसके उपरांत डा. मिश्रा का स्वागत प्रिंसिपल ऑफिस में हुआ जहाँ उन्होंने विज़िटिंग रेजिस्टर पर अपनी शुभकामनायें लिखी। इसके बाद दीक्षांत समारोह के लिए डा. मिश्रा कॉलेज ऑडिटोरियम में पहुंचे, जहाँ कॉलेज के टीचिंग स्टाफ के परिचय के बाद उनका खड़े होकर उत्साह पूर्ण स्वागत किया गया। समारोह का शुभारंभ डा. मिश्रा, डायरेक्टर सीएमसी डॉ सतीश कुमार, प्रिंसिपल डा. अरोड़ा, स्थानीय मैनेजिंग कमेटी के अध्यक्ष एवम मौजूद अन्य गणमान्यों द्वारा ज्योति प्रज्वलन से हुआ। इसके उपरांत कॉलेज के विधार्थियों  द्वारा सरस्वती वंदना की गई।
 
इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ एस. के. अरोड़ा ने आए हुए सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि डा. सुधीर मिश्रा का इस दीक्षांत समारोह का मुख्य मेहमान के रूप में पधारना हमारे लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है। उन्होंने डॉ. सुधीर मिश्रा के बारे में बताते हुए कहा कि डा.सुधीर मिश्रा एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और महानिदेशक (ब्रह्मोस) डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय और सीईओ तथा एमडी ब्रह्मोस एयरोस्पेस, भारत-रूस संयुक्त उद्यम, सरकारी इंजीनियरिंग,जबलपुर कॉलेज से स्नातक हैं तथा साथ ही साथ वह आईआईटी, मद्रास से  मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एम.टेक के स्नाकोत्तर हैं। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वारंगल से पीएचडी की उपाधि भी हासिल की है। उन्होंने मिसाइल प्रौद्योगिकियों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए भारत की खोज में बेहद योगदान दिया है। उनकी तकनीकी विशेषज्ञता और योगदान के परिणामस्वरूप ही कई डीआरडीओ मिसाइल कार्यक्रमों की प्राप्ति हुई है। उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में सुखोई-30 एम.के.आई लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की सफल उड़ान का परीक्षण हुआ, जिससे भारत इस ऐतिहासिक उपलब्धि से एक अनूठी क्षमता हासिल करने के लिए पहला देश बन गया। उन्हें भारत के प्रधानमंत्री द्वारा 'डीआरडीओ साइंटिस्ट ऑफ द ईयर' एवम अन्य बहुत से पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। 
 
 
इसके उपरांत उन्होंने कॉलेज की रिपोर्ट पड़ी। उन्होंने कहा कि डीएवी कॉलेज के बारे में बात करें तो नैक की और से इसे बेस्ट को-एजुकेशनल कॉलेज का दर्जा मिला है। यह 7200 छात्रों और 500 शिक्षकों का एक परिवार है। डी ऐ वी कॉलेज शिक्षा के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट स्थान रखता है। यूनिवर्सिटी की कोई मेरिट सूची हमारे कॉलेज के छात्रों बिना पूर्ण नही होती। यह कॉलेज देश को उत्कृष्ट खिलाडी प्रदान करने का  सुनहरा इतिहास रखता है। आज तक इस कॉलेज से 18 ओलम्पिक, 8 अर्जुन पुरस्कार, 2 द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता देश को मिले हैं ।स्वर्गीय श्री जगजीत सिंह, सुखविंदर  सिंह, दिलजान , नरिंदर पंडित, हंस  राज हंस अनुकरणीय कलाकार इसी कॉलेज की देन हैं। प्रिंसिपल डा. अरोड़ा ने आगे छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विदियार्थीयों के लिए यह सिर्फ एक डिग्री नहीं बल्कि भविष्य का एक वो सुनहरा टिकट जिससे आप सुनहरे स्वप्न देख सकते हैं। यह आपकी कॉलेज के दिनों की कुशलता एवम मेहनत का फल है। उन्होंने विद्यार्थियों को बड़े लक्ष्य एवम सपने देखने का मूल मंत्र देते हुए कहा कि आप सभी देश का भविष्य हो, आप ही के कंधों पर यह देश टिका है। इसलिए जब आप बड़े सपने देखेंगे तभी यह देश तरक्की करेगा। इसके उपरांत मुख्यातिथि डा.सुधीर मिश्रा ने स्टूडेंट्स से मुख़ातिब होते हुए कहा," मैं तेह दिल से आप सभी को बधाई और शुभकामनाएं देने में ख़ुशी महसूस कर रहा हूँ आप सब अपनी कड़ी मेहनत से डिग्री को प्राप्त करने में सक्षम रहे । प्रिय मित्रों, आज का दिन आप और आपके शिक्षकों जिन्होंने ने आपकी  शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख भूमिका निभाई है उन सब के लिए एक उत्सव का दिन है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा देश है और यह सब हमारा भविष्य है। भारत आज खेतीबाड़ी से लेकर ज्ञान एवम टेक्नोलॉजी की तरफ बढ़ रहा है। इस सबके लिए दृढ़ इच्छाशक्ति चाहिए। 
 
डा. मिश्रा ने विद्यार्थियों को भविष्य में ऊँची उड़ान भरने के लिए प्रेरित किया। डा. मिश्रा ने आगे कहा,शिक्षा एक सतत अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। शिक्षा उच्च आर्थिक उत्पादकता, तकनीकी उन्नति, उच्च आय, संपत्ति के उन्मूलन और समानता और जीवन की गुणवत्ता का उन्नयन करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण, सामान्य  और सहसंबद्ध है। समारोह के गेस्ट ऑफ ऑनर डा. सतीश शर्मा ने कहा कि दीक्षांत समारोह सही अर्थ में शिक्षा के आरंभ का समारोह होना चाहिए। यह शिक्षा के अंत का समारोह नहीं है और यही दीक्षांत समारोह का सबसे बड़ा संदेश होता है कि हमें अगर जिन्‍दगी में सफलता पानी है, हमें अगर जिन्‍दगी में बदलते युग के साथ अपने आप को समकक्ष बनाए रखना है तो उसकी पहली शर्त होती है ।
 
कॉलेज के रजिस्ट्रार प्रो. अरुण मेहरा ने प्रिंसिपल डा. एस. के. अरोड़ा को कॉन्वोकेशन की शुरुआत करने की प्रार्थना की। जिसके प्रिंसिपल डा. अरोड़ा के शब्दों "आई डिक्लेअर कॉन्वोकेशन इस ओपन" के साथ पूरा ऑडिटॉरीयम तालियों से गूँज उठा और  डिग्री बांटने का कार्यक्रम शुरू हुआ। मुख्य मेहमान डा. सुधीर मिश्रा, प्रिंसिपल डा. अरोड़ा ने सभी विद्यार्थियों को डिग्रियां बांटी। इस दौरान कॉलेज के 6 प्रोफेसर अंग्रेजी विभाग से डा. रेणु गुप्ता, गणित विभाग से डा. एस. के. तुली ,कंप्यूटर विभाग के अध्यक्ष डा. निश्चय बहल, कंप्यूटर विभाग से डा. ललित गोयल, कंप्यूटर विभाग से ही डा. राजीव पूरी और गणित विभाग से डा. सीमा शर्मा को भी उनके शोध और पी एच डी की डिग्री प्राप्त होने पर सम्मानित गया। समारोह के दौरान कॉलेज के विद्यार्थी काशम ने ग़ज़ल "यह कौन आ गई दिलरूबा महकी महकी" गाकर मौहाल को खुशनुमा बना दिया। इस दौरान मंच का संचालन प्रो. शरद मनोचा द्वारा किया गया और वोट ऑफ थैंक्स प्रो. एस. एस. रंधावा द्वारा किया गया। अंत में राष्ट्र गान से समारोह का समापन हुआ।
 
इस दौरान विशेष रूप से आमंत्रित सिंगापुर से कॉलेज के अलम्नाई आर के गुप्ता,प्रिंसिपल रविंदर शर्मा, एस पी सहदेव, प्रिंसिपल मनोज अरोड़ा डेवीएट, प्रिंसिपल सी एल कोछड़ ,अजय गोस्वामी, प्रिंसिपल अजय सरीन, प्रिंसिपल नवजोत कौर, प्रिंसिपल डॉ ए एल सांगल, प्रिंसिपल राज कुमार सहगल और कॉलेज का समूह स्टाफ भी इस समारोह में शामिल था।
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