जी॰डी॰ गोयंका स्कूल में बच्चों ने प्राकृतिक होली मनाने की शपथ ली
जालंधर (अजय छाबड़ा):- वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही जहाँ चारों ओर हरियाली का वातावरण छा जाता है वहीं दूसरी ओर रंग-बिरंगे खिले फूलों से आने वाली मंद-मंद खुशबू हर किसी के मन को प्रफुल्लित कर देती है। ऐसे सुहाने समय में होली का पर्व इसके खूबसूरत पलों को और भी मनोहारी व रोमांचकारी बना देता है। इन्हीं रोमांचक पलों का आनंद उठाने के उद्देश्य से जी॰डी॰ गोयंका इंटरनेशनल स्कूल जालंधर ने अपने प्रांगण में होली के पर्व का आयोजन किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। गीत-संगीत के अतिरिक्त विद्यार्थियों ने एक-दूसरे को रंग लगा कर आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया।
इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों को प्राकृतिक रंगों के बनाने की विधि एवं उनके महत्व की जानकारी भी दी गयी। फूलों के रसों से रंग बनाना, आटे और हल्दी को मिलाकर रंग बनाना, सब्जियों के निचोड़ से रंग बनाना सीखकर बच्चों ने आज के वातावरण को होली से प्रदूषित न करने का प्रण लिया। सभी गोएंकंस ने प्रदूषित व हानिकारक रंगों से होली न खेलने की प्रतिज्ञा भी की। इस कार्यक्रम में स्कूल के प्री नर्सरी से नौवीं कक्षा के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। बच्चों का उत्साह बड़ा ही प्रेरित करने वाला रहा। विद्यालय की एकेडेमिक कंट्रोलर रणजीत भाटिया ने विद्यालय के परिवार के सभी सदस्यों और विद्यार्थियों को बधाई दी। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक कुमार जैन ने सभी विद्यार्थियों को होली की बधाई देते हुए इस पर्व से जुड़ी महत्त्वपूर्ण जानकारियाँ दीं और उन्होंने होली के पर्व को प्राकृतिक रंगों के साथ मनाने का संदेश भी दिया।