वातावरण को बचाने के लिए बनानी पड़ेगी योजानाएं
- सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स शाहपुर में ऐनरजी कंकारवेशन बिलडिंग कोड सिमुलेशन सेमिनार आयोजित
जालंधर : सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स शाहपुर कैंपस में सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ आरकिटैक्चर एंड पलैनिंग विभाग की ओर से पंजाब की इमारतों की ऊर्जा को बचाने पर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस समारोह के मुख्य मेहमान केंद्रीय गृह मंत्रालय सलाहकार कमेटी के सदस्य एआर श्री सुरिंदर भॅगा, सीटी ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर श्री मनबीर सिंह व कैंपस डायरैक्टर डॉ. जीएस कालड़ा थे । इस समारोह में 50 से भी अधिक आरकिटैट्क, इंजीनअरस, बिलडरस, डवैलपरस, सरकारी अ$फसर व आरकिटैक्चर के उपस्थित थे ।
केंद्रीय गृह मंत्रालय सलाहकार कमेटी के सदस्य एआर श्री सुरिंदर भॅगा ने कहा पेडा 500 वर्ग के क्षेत्र या उससे अधिक के क्षेत्रों में लगाया जा सकता है। इस कोड की पालना तीन दिनों के अंदर करनी पड़ती है। इस कोड के अंदर तीन स्टार रेट के उपकरण का इस्तेमाल करना होता है ।
पीईडीए के सीनियर मैनेजर श्री रंधीर सिंह ने कहा कि पंजाब में पानी की मात्रा कम होती जा रही है। उन्होंने कम हो रही मात्रा के अनुसार पंजाब के हर क्षेत्र में पेड़ लगाने की अपील की ।
बीईई के मास्टर ट्रेनर श्री अक्षय कुमार गुप्ता ने कहा कि उर्जा को बचाने के लिए हीटिंग, वेंटिलेशन, लाइटिंग व पंपिग आदि के खपत कम करनी होगी और वातावरण को बचाने के लिए योजानाएं बनानी होगी।
पीईडीए के सरकारी अ$फसरों ने कहा कि पंजाब के वातावरण को बचाने के लिए पेडा कोड को लागू करना अनिवार्य है और उन्होंने कहा कि 10 राज्य में से पंजाब एक राज्य है जो पेडा कोड को लागू करने जा रहा है।
माहर श्री कनगराज गनेशन कल उर्जा बचाने के मुद्दे पर विचार विमर्श करनगे और इस कोड को लागू करने पर चार्च करेंगे।
सीटी ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर श्री मनबीर सिंह व कैंपस डायरैक्टर डॉ जीएस कालड़ा ने आए मेहमानों का धन्यावाद किया और कहा कि पंजाब में पेडा कोड लागू करना एक बहूमुल्य कार्य है ।