सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में आयोजित वर्ल्ड हैपाटाइटिस डे पर सेमिनार
जालंधर :- सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में आयोजित वर्ल्ड हैपाटाइटिस डे पर सेमिनार- पिम्स अस्पताल के डॉ. कुलबीर शर्मा बोले- जागरूकता की अभी भी कमी जालंधर पिछले साल से हैपेटाइटिस के केसों में पांच से सात फीसदी बढ़ौतरी हुई। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि हैपेटाइटिस तेजी से बढ़ रहा है। इसका कारण लोगों में जागरूकता की कमीं होना है। सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में वल्र्ड हैपाटाइटिस डे पर जागरूकता सेमिनार करवाया गया था। सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ फॉर्मास्यिूटिकल साइंसिस की तरफ से आयोजित सेेमिनार में डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसीन पिम्स के डॉ. कुलबीर शर्मा विशेष रूप से उपस्थित हुए। इससे पहले फॉर्मास्यिूटिकल साइंसिस के विद्यार्थियों की पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता भी करवाई गई।डॉ. कुलबीर शर्मा ने कहा कि हैपेटाइटिस से लीवर में सूजन आ जाती है। इससे कैंसर का खतरा भी रहता है। इसके चलते साल भर में विश्व में लाखों लोगों की मौत भी होती है। विश्व भर में हैपेटाइटिस का ए, बी, सी, डी और ई वायरस फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि हैपेटाइटिस नशीले पदार्थों का अधिक सेवन करने से फैल रहा है। इसकी समय रहते जांच करवाना जरूरी है। इस सेमिनार में फॉर्मास्यिूटिकल विभाग के करीब 150 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के डायरेक्टर डा. जीएस कालरा ने कहा कि बच्चे के पैदा होने पर हैपेटाइटिस का टीका जरूर लगवाना चाहिए। सीटी ग्रुप के चेयरमैन चरणजीत सिंह चन्नी और मैनेजिंग डायरेक्टर मनबीर सिंह ने कहा कि बीमारियों के प्रति जागरूकता ही सबसे बड़ी सावधानी है। इसलिए जागरूक हो और स्वस्थ रहे।