जालंधर के डीएवी कॉलेज में सीआरपीएफ के 78वें स्थापना दिवस पर करवाया गया सेमिनार
जालंधर: डीएवी कॉलेज में आज केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 78वें स्थापना दिवस पर कॉलेज के एनएसएस तथा एनसीसी विभाग के सहयोग से एक सेमीनार का आयोजन करवाया गया. इस मौके पर सीआरपीएफ के डिप्टी कमान्डेंट शिवेंद्र मोहन शर्मा मुख्य मेहमान के तौर पर शामिल हुए. इस दौरान उनके साथ सीआरपीएफ के सब-इंस्पेक्टर विक्रम सिंह, हेड कांस्टेबल जी. मुत्थु कुमार, हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र और कांस्टेबल निशान सिंह चीमा मौजूद थे. इस मौके प्रो. समीर शर्मा तथा प्रो. एस.के मिड्डा ने डिप्टी कमान्डेंट को ‘अवार्ड ऑफ़ ऑनर’ देकर सम्मानित किया.
इस सेमीनार को संबोधित करते हुए डिप्टी कमान्डेंट शिवेंद्र मोहन शर्मा ने सीआरपीएफ के स्थापन दिवस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 27 जुलाई 1939 को ब्रिटिश सरकार की ओर से क्राउन रिप्रजेंटेटिव पुलिस( सीआरपी) की स्थापनी की गई। आजादी के बाद वर्ष 1949 में तत्कालीन गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल ने सीआरपी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का नाम दिया.
उन्होंने ये भी कहा कि सीआरपीएफ को हर जवान पर नाज है, जो अपने कर्तव्यों का पालन कर्तव्यनिष्ठा के साथ करते हुए देश के आंतरिक और बाहरी खतरों का मुंहतोड़ जवाब देते हैं। इस मौके पर उन्होंने सभी आये हुए विद्यार्थियों से अपने विचार सांझा करते हुए बताया कि सीआरपीएफ में आने से पहले वह बैंकिंग, टीचिंग तथा कोर्पोरेट क्षेत्र में आए लेकिन इसके बाद देश सेवा से प्रेरित होकर उन्होंने सीआरपीएफ में जाने का निर्णय. इस सेमीनार के दौरान उन्होंने आये हुए सभी विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए. यही नहीं समारोह के अंत में उन्होंने हर विद्यार्थी को प्रेरित करते हुए आशावादी रहने तथा निरंतर प्रयासरत रहने का संदेश भी दिया.
इस सेमीनार के बारे में जानकारी देते हुए कॉलेज के वाईस प्रिंसिपल वी.के. सरीन ने सीआरपीएफ के डिप्टी कमान्डेंट शिवेंद्र मोहन शर्मा का धन्यवाद करते हुए उन्हें आगे भी कॉलेज के विद्यार्थियों को इसी तरह प्रेरित करने को कहा.
कॉलेज के प्रिंसिपल एस.के अरोड़ा ने सीआरपीएफ के डिप्टी कमान्डेंट तथा उनके साथ आये हुए सभी अधिकारीयों को बधाई दी.इसी के साथ उन्होंने प्रोग्राम के को-आर्डिनेटर एनएसएस मुखी एस.के मिड्डा तथा एनसीसी मुखी समीर शर्मा को इसके सफल आयोजन के लिए बधाई दी.