डीएवी कॉलेज, जालंधर के एसोसिएट प्रो. कुंवर राजीव का नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में शामिल
जालंधर:- अपने अभूतपूर्व स्मरण शक्ति का परिचय देते हुए डीएवी कॉलेज, जालंधर के फिजिक्स विभाग के एसोसिएट प्रो. कुंवर राजीव ने इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में अपने नाम 3 रिकॉर्ड दर्ज करवाए हैं। ये रिकॉर्ड उन्होंने विभिन्न जगहों पर दर्ज करवाए हैं। उनके रिकार्ड्स को भारत के टॉप 100 रिकार्ड्स मैं शामिल किया गया। इंडिया रिकार्ड्स की तरफ से नई दिल्ली में करवाए कार्यक्रम में आठ देशों अमरीका, यूके, नेपाल, बांग्लादेश, वियतनाम, थाईलैंड इंडोनेशिया की सर्वोच्च रिकॉर्ड बुक के चीफ एडिटर शामिल हुए। उन्होंने प्रो. राजीव के रिकार्ड्स को मान्यता दी। उनको इंडिया रिकार्ड्स की तरफ से सर्टिफिकेट एवम मैडल से सम्मानित किया गया। उन्होनें 3 कीर्तिमान स्थापित किये। पहले कीर्तिमान के रूप में उन्होंने डीएवी पब्लिक स्कूल सेक्टर 14, फ़रीदाबाद में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में लगभग 1000 विद्यार्थियों एवं गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में केमिस्ट्री के पीरियोडिक टेबल में से सभी 118 एलिमेंट्स का एक्सएक्ट एटॉमिक मास या मास नंबर मिनट सैकंड में दोहरा कर भारत का एक रिकॉर्ड स्थापित किया।
इसके बाद दुसरे रिकॉर्ड में उन्होंने विश्व के सभी 197 देशों के नाम और राजधानी को मिनट सेकंड में उपस्थित दर्शकों और इंडिया बुक ऑफ रेकॉर्ड के निर्णायक मंडल के सम्मुख पेश करके अचंभित कर दिया। तीसरा और अंतिम रिकॉर्ड में प्रो. कुंवर राजीव ने एक मिनट में पूछे गए 18 देशों का क्षेत्रफल और जनसंख्या का सटीक उत्तर देकर बनाया। एक साथ 3 रिकॉर्ड बनाने वाले स्मरण शक्ति के क्षेत्र में वे पहले भारतीय हैं। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को भी स्मरण शक्ति को सुधारने एंव तेज़ करने के गुर भी दिये। उन्होंने कहा वो दो वर्षों से मस्तिक को तेज़ कर रहे हैं। आज के युग में हम विभिन्न प्रकार के गैजेट, मोबाइल, कंप्यूटर्स पर निर्भर हैं। जिससे हमारा मस्तिक अपने सामर्थ्य से कम कार्य करना शुरू कर देता है। जितना हमें इस प्रयाग करेंगे, यह उतना तेज़ होगा। इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड की कोमल सिंह ने उन्हें मेडल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। प्रो. कुंवर राजीव ने बताया कि वो कैसे उनके अपनाये गये मेमोरी तकनीक ग्रीक व् इजिप्ट के लोग भी इस्तेमाल करते थे, जिससे उन्हें लम्बी धार्मिक स्क्रिप्स को याद करने में बेहद आसानी होती थी। इस तकनीक का इस्तेमाल करते हुए प्रो. कुंवर में 650 साल के कैलेंडर को सम्पूर्ण तरीके से याद कर लिया है। जिससे वो हफ्ते का कोई भी दिन बता सकते हैं। उन्होंने अपने दोस्तों के 1000 से ज्यादा टेलीफोन नंबर याद कर लिए हैं तथा 1200 से ज्यादा प्रसिद्ध शख्सियतों की जान तिथि याद कर ली है। तथा भारत के सभी राज्यों व यूनियन टेरिटरीज का डाटा याद करने में सक्षम हैं। उनके लिए बेहद उद्बुद्ध उपलब्धि है संसद के सभी 545 सांसदों के बारे उनको सम्पूर्ण जानकारी है।
उन्होंने बताया की कैसे यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका के एक शख्स को यूएसस कांग्रेस में उसके मेमोरी तकनीक के प्रदर्शनी के लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने अपनी ख्वाइश ज़ाहिर करते हुए कहा कि उनकी भी तमन्ना है कि उनको भी भारतीए संसद में खास तौर पर आमंत्रण मिले। उनका लक्ष्य है कि वह यह कला देश के सभी बच्चों तथा आम जनता तक पहुंचाएं ताकि वह एक आत्म विश्वास से संपूर्ण ज़िन्दगी जी सकें। उन्होंने कहा कि उनका अगला लक्ष्य लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स एवम गिनीज़ बुक में अपना नाम दर्ज करवाना है। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर एस.के अरोड़ा ने भी कुँवर राजीव को बधाई देते हुए कहा की उनकी यह उपलब्धि हमारे सारे कॉलेज के लिए गर्व की बात है। स्मरण शक्ति के क्षेत्र में वह रिकॉर्ड बनाने वाले पहले भारतीय बने हैं। प्रो. राजीव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना रिकॉर्ड बनाए इसके लिए मैं उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ।