(Date : 25/April/2424)

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मेरी मां ने भी प्रियंका गांधी की मां की तरह अपने मंगलसूत्र की कुर्बानी दी: विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी | सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थियों ने जे.ई.ई मेन परीक्षा में अपने ग्रुप का नाम रोशन किया | के.एम.वी. में वैल्यू एडेड सोशल आउटरीच प्रोग्राम | इनोसेंट हार्ट्स के छात्रों का जे.ई.ई मेन्स-2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन | एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्टस जालंधर के विद्यार्थियों ने निःशुल्क सौंदर्य और त्वचा देखभाल समाधान सीखे |

के.एम.वी. में छ: दिवसीय फैकल्टी डिवैल्पमैंट प्रोग्राम का शुभारंभ






जालंधर:- भारत की विरासत संस्था कन्या महाविद्यालय-ऑटोनॉमस कालेज, जालंधर में डिपार्टमैंट ऑफ बायोटैक्नोलोजी (डीपीटी स्टार कॉलेज स्कीम के तहत) द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में नए आयामों से सबंधित गतिविधियों से रुबरु करवाने के उदेश्शय से छ: दिवसीय फैकल्टी डिवैल्पमैंट प्रोग्राम की शुरुआत हुई। इस एफ डी पी के माध्यम से विभिन्न शिक्षा संस्थाओं से आए लगभग 70 शिक्षकों को विशेषज्ञों के माध्यम से उच्च शिक्षा में हुए नए परिवर्तनों और उनकी तकनीकों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। प्रोग्राम के उदघाटन सत्र के मुख्यातिथि डा. सुनदीप सरीन, एडवाईकार एवं वैज्ञानिक, डिपार्टमैंट ऑफ बॉयोटैक्नोलोजी, साईंस एंड टैक्नोलोजी मंत्रालय, नई दिल्ली थे जबकि इस सत्र की अध्यक्षता चंद्र मोहन, प्रधान, आर्य शिक्षा मंडल द्वारा की गई। आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए विभिन्न पहलूओं डिजिटल लिटरेसी, प्रतियोगिता की भावना और अनुसंधान की गुणवत्ता पर काम करना होगा। उदघाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए चंद्र मोहन ने कहा कि वर्तमान में शिक्षा की तकनीकों और पाठ्यक्रम को नवीनतम बनाना होगा।

इस परिपेक्ष्य में महिला शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी के.एम.वी. को महत्वपूर्ण रोल अदा करना होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नई सफलताओं के लिए देश के वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदों को नए अनुसंधान एवं नई सोच के साथ अग्रसर होना होगा। मुख्यातिथि डा. संदीप सरीन ने इस अवसर पर संबोधित होते हुए विकसित और विकासशील देशों में हो रही शिक्षा और अनुसंधान के नवीनतम तथ्यों से शिक्षकों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि भारतीय प्राईमरी एजुकेशन कई विकसित देशों से अच्छी है लेकिन उच्च शिक्षा में नए अनुसंधान की कमी के कारण हम इस क्षेत्र में पिछड़ रहे है। पहले सत्र में गुरु नानक देव यूर्निवर्सिटी के डिपार्टमैंट ऑफ फिकिाक्स से डा. अमन महाजन ने स्मॉल आरगैनिक मौलीक्यूलस एंड देअर नैनो कम्पोसिट्स फॉर क्लोरिंग सैसिंग एप्लीकेशन विषय के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया। इस प्रोग्राम के दूसरे सत्र में डा. बी.आर.अंबेडकर नैशनल इंस्टीचियूट ऑफ टैक्नोलोजी के डिपार्टमैंट ऑफ इंडस्ट्रीयल एंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग से आए डा. राजीव कुमार गर्ग ने शिक्षण के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान की विभिन्न मैथ्योलॉजी के बारे में बताया। इस अवसर पर एफडीपी की कोआर्डीनेटर डा. उपदेश कौर ने सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर अंग्रेजी विभागाध्यक्षा सीमा जैन और डा. मधुमीत उपस्थित रहे।

 

 

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