शुभ कर्मों से उतारें ईश्वर ऋण - गुरु रजनी माता जी
बड़े उत्साह एवं श्रद्धा से मनाया गया संत जीवन बीर जी का जन्मदिन
जालंधर: सर्व साँझा रूहानी मिशन के संस्थापक पूज्य संत जीवन बीर जी की पत्नी गुरु रजनी माता जी ने जन्मदिन के उप्लक्षय में हो रहे सत्संग में कहा कि वेदों के अनुसार मानव को तीन ऋण उतरने है जोकि इस प्रकार है पहला ईश्वर ऋण/ईश्वर की कृपा से हमे मानव तन मिला है । साडी सृष्टि में श्रेष्ठ जिंदगी मनुष्य की जिंदगी है । इसकी कीमत की तुलना हम जिंदगी की किसीh चीज़ से नहीं कर सकते । जब तक हम इस मनुष्य जिंदगी का ठीक इस्तेमाल नहीं करते तब तक हमारे ऊपर यह ऋण बना रहता है । जैसे - जैसे हम शुभ कर्म करते है वैसे वैसे ही हम कुछ राहत महसूस करते है । दूसरा है पितृ ऋण/पितृ ऋण हमारे माता पिता का है जिन्होंने ईमानदारी से हमारा पालन पोषण किया है दुनिया में रहने के लिए तालीम दिलाई तांकि हम आत्मनिर्भर होकर दुनिया में रह सके । जब तक हम माता पिता की सेवा और सत्कार नहीं करते हम दुनिया में कामयाब नहीं हो पाते।उनका ऋण हम उनकी सेवा करके की उतार सकते है ।
तीसरा ऋण है गुरु ऋण । हमारे पास यदि मानव जिंदगी भी है और माता पिता की दी हुई दुनियावी तालीम भी है तो उसके बाद हमे जरूरत पड़ती है आध्यात्मिक ज्ञान की , मन की एकाग्रता की , मन की स्थिरता की , परम् सुख की , जो हमे गुरु यानि सत्पुरुष ही दे सकते है । इस अवस्था को हमने प्राप्त भी करना है और इसे बांटना भी है । जो प्राप्त किया वह हमारे ऊपर ऋण है और इस ऋण को बाँट कर उतारना है । यह तीनों ऋण हम सत्संग में आकर उतार सकते है । यहाँ आकर ईश्वर का दिया हुआ ऋण मानव जीवन का ठीक इस्तेमाल हो जाता है उन्होंने कहा की सत्संग में आने से हमारे मन में माता - पिता के प्रति सच्ची सेवा जागृत होती है जिससे हम माता पिता का ऋण उतारते है और तीसरा ऋण गुरु की तालीम यानि आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति करते है और समाज में एक अच्छे इंसान बनकर सामने आते है जिससे गुरु ऋण भी उतार जाता है । सतसंग के उपरांत जरूरतमंद लोगो को राशन वितरित किया गया तथा बच्चों को स्टेशनरी का समान वितरित किया गया । इस अवसर पर सुभाष चंदर, नरेश लाडी, दिनेश अरोड़ा, पवन कपूर , साहिल अरोड़ा , प्रेम प्रकाश , सुरिंदर चावला, अजय छाबड़ा, दिलखुश अरोड़ा, मोहित कुमार , तरुण कुमार , कंचन रानी, उर्मिल ज्योति ,सुनैना मक्कड़ राज विजय , पूनम कालड़ा, सुनंदा मल्होत्रा , रजनीश बग्गा , पूजा बग्गा , राधा रानी ,सुनीता रानी , आशा अरोड़ा , तथा नवजोत मक्कड़ सहित अन्य भगतजन उपस्थित थे ।