के.एम.वी. में एलुमनी मीट का आयोजन 16 सितंबर 2017 को
जालंधर भारत की विरासत संस्था-कन्या महाविद्यालय, जालंधर के द्वारा दिनांक 16 सितंबर 2017 को एलुमनी मीट का आयोजन किया जा रहा है। पूर्व छात्राओं के साथ यह बैठक वस्तुत: 132 वर्षों से मूल्याधारित एवं उच्च स्तरीय शिक्षा के द्वारा युवा महिलाओं के जीवन को आलोकमय बनाने के लिए प्रयासशील संस्था के प्रयत्नों को चिन्हित करने एवं इनके प्रति नमित होने का सुअवसर एक लंबी समयाविधि को पार करते हुए तीन शताब्दियों की प्रत्यक्षदर्शी संस्था के.एम.वी. ने कई पीढिय़ों को सशक्त बनाया है। पूरे विश्व में फैली के.एम.वी. की सुप्रतिष्ठित छात्राएं अपनी सफलता के लिए स्वयं को अपनी मातृ संस्था का ऋणी मानती है। यह हैरीटेज एलुमनी मीट उन सभी छात्राओं के लिए इस भव्य समारोह के साथ जुडऩे का स्र्वणिम अवसर है। सन 1960 के बैच की छात्राएं भी इस बैठक एवं समारोह में उपस्थित होकर इन यादगार क्षणों की साक्षी बनेंगी। सभी पूर्व छात्राओं से अनुरोध किया गया है कि वे अपने अध्यन काल से सबंधित स्मृतियां, दुर्लभ चित्रों एवं विद्यालय से सबंधित बहुमुल्य सामग्री विद्यालय के अभि लेखागार के लिए संचित करने में योगदान दें। क्योंकि के.एम.वी. नारी शिक्षा की प्रतिष्ठित एवं सशक्त संस्था रहा है। जहां समय-समय पर राष्ट्रीय फलक की प्रतिष्ठित एवं महान शख्सियतों के साथ-साथ देश के 5 राष्ट्रपति एवं पांच प्रधानमंत्री पधार चुके है। अत: उनके द्वारा दिए जाने वाले चित्र एवं अन्य वस्तुत: विद्यालय के लिए बहुमुल्य संग्रहणीय है। स्वतंत्रता संघर्ष में के.एम.वी. ने पूरे जोश और सर्मपण के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन दिनों से सबंधित स्मृतियों को भी अभिलेखागार में संचित और सुरक्षित किया जाएगा। के.एम.वी. से सबंध रख चुके सभी व्यक्तियों से अनुरोध है कि वे इस अभिलेखागार को समृद्ध बनाने में सहयोग दें। इस अभिलेखागार का निर्माण विद्यालय के लिए गौरव का विषय ही नहीं अपितु यह जालंधर शहर के लिए और उसी के साथ देश की महान विरासत की भी धरोहर है। संस्था की पूर्व छात्राएं कालेज प्रवास के दिनों की सुनहरी यादों को इस मीट के दौरान सबके साथ सांझा करेंगी। विदेशों में रह रही के.एम.वी. की वे छात्राएं जो इस अवसर पर सम्मिलित नहीं हो सकती। उनके द्वारा विद्यालय को बहुत से वीडियो संदेश भेजकर इस आयोजन के प्रति बेमिसाल उत्साह को प्रर्दशित किया जा रहा है और इन संदेशों की तथा सहभागिता की इच्छुक पूर्व छात्राओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है।