सीटी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन्स में ब्लू व्हेल गेम पर सेमिनार आयोजित
खेल को जीतने के लिए खिलाड़ी को 50 वे दिन करनी पड़ती है आत्महत्या
सीटी आई टी कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग द्वारा करवाया गया जागरूकता सेमिनार
जालंधर:-सीटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग मैनेजमैंट एंड टैक्नोलॉजी शाहपुर कैंपस के कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग द्वारां ब्लू व्हेल चैलेंज खेल पर सेमिनार आयोजित करवाया गया। इसमें विद्यार्थियों को खेल से हो रही मृत्यु के बारे में जागरूक किया गया। इस खेल के करीब 50 राउंड होते है और आखरी पढ़ाव में खिलाड़ी आत्म हत्या कर लेता है।रुस के साउंड इंजीनियर एवं मनोवैज्ञानिक विद्यार्थी फिलिप बुदेइकिन द्वारा बनाई गई है। इन दिनों सुर्खियों में चर्चित ब्लू व्हेल खेल हर तरफ अफरा तफरी मचाई हुई है। इस खेल के चेलेंजिस को पूरा करते करते खिलाड़ी आखरी में आत्महत्या कर लेते है। इस केल में 50 राउंड रखे होते है और उन्हें पूरा करने में खिलाड़ी अपनी जान गवाह बैठते है। इसको खेल रहें खिलाड़ीयों में अजीब सी हरकते देखने को मिलती है, वह अपनी बाजु पर किसी तिखे हथियार से व्हेल का चित्र बनाते है और भयानक विड़ीयोज देखते है जिससे उनका चैलेंज पूरा होता है एवं अपने द्वारा दिये टास्क को पूरा कर अपनी विडियो व्हेल के मालिको को भेजते है। सीटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग मैनेजमैंट एंड टैक्नोलॉजी कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग के एचओडी हमनदीप सिंह ने कहा कि सेमिनार में विद्यार्थियों को इस खेल की मनोवैज्ञानिक प्रभाव के बारे में जागरूक किया गया, कि किस तरह यह नौजवानों को मौत के घाट उतार रही है। सेमिनार में विद्यार्थियों द्वारा एक्ट करके दिखाया गया कि किस तरह लोग इस खेल की तरफ खीचे चले आते है और खेल के शिकार बनते है।
सीटी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन्स शाहपुर कैंपस के कैंपस डायरेक्टर डा.जीएस कालरा ने कहा कि विद्यार्थियों को जीवन के बारे में जागरूक करने के लिए उन्हें मोटीवेशनल वीडियोंका दिखाई गई, जिससे वह अपने जीवन के मूल्य को समझ सके। सीटी ग्रुप के चेयरमैन चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि आज कल युवा पीड़ी इस खेल की शिकार होती जा रही उन्हें जागरूक करने के लिए इस सेमिनार का आयोजन करवाया गया है। इसी साल 30 जुलाई को मुंबई शहर में एक 14 साल के बच्चे द्वारा सातवे माले से कूद कर जान दी गई थी और अब तक 130 जाने जा चुकी है, हाल ही में तामिल नाड्डु के मदुराई शहर में 19 साल के लडक़े ने फंदा लगा कर जान गवाई है।