पहली तीन पोजीशनों सहित टॉप 7 में से 6 पर जमाया डीएवी के विद्यार्थियों ने कब्ज़ा
"सभी टॉप पोजीशन पर लड़कियों का रहा वर्चस्व"
जालंधर (JJS) मोहित:- डीएवी कॉलेज, जालन्धर के अर्थशात्र विभाग के विद्यार्थियों ने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी द्वारा ली गई एम.ए. इकोनॉमिक्स ऑर्थम सेमेस्टर परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टॉप 3 सहित टॉप सात में से छह पर अपना वर्चस्व कायम किया। मानसी आनंद ने 500 में से 376 अंक हासिल करते हुए यूनिवर्सिटी में पहला स्थान हासिल किया। इसके अतिरिक्त दामिनी 374 अंक लेकर दूसरे, प्रिया 371 अंक लेकर तीसरे, सतिंदर कौर 365 अंक लेकर पांचवें, रुपाली 364 अंक लेकर छठे एवम सोनाली 360 अंक लेकर यूनिवर्सटी में सातवें स्थान पर रही। गौरतलब है कि सभी टॉप पोजिशन में लड़कियों ने बाजी मारते हुए अपना वर्चस्व कायम किया है।
प्रिंसिपल डॉ एस.के. अरोड़ा नेसभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा, "मुझे आप सभी पर गर्व है।" अकादमिक नतीजो में डीएवी कॉलेज के लिए आज का दिन एक स्वर्णिम दिन है। उन्होंने अर्थशास्त्र विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि अर्थशास्त्र विभाग एक दूरदर्शी, रचनात्मक और बौद्धिक विभाग है। मैं सभी स्टूडेंट्स, टीचर्स और उनके परिवार को इस बेहतरीन उपलब्धि पर मुबारकबाद देना चाहता हूँ। उन्होनें कहा, हमारा कॉलेज हमेशा से ही स्टूडेंट्स को अध्ययनशील वातावरण प्रदान करता रहा है, समर्पित और मेहनती छात्रों को हमेशा कॉलेज की तरफ हर योग्य मदद मिलती रही है और आगे भी मिलती रहेगी।
अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ सुरेश खुराना नें कहा, इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट में रूचि पैदा करना और बच्चों में उसका विकास करना ही हमारी प्राथमिकता रही, जिसके लिए हमनें बच्चों की पढ़ाई को लेकर कोई समझौता नहीं किया, यहाँ तक रविवार को भी हमनें क्लास पढाई। बच्चों के लिए हफ़्ते में दो दिन हमनें इंडियन इकोनॉमिक्स सर्विस के तहत निःशुल्क क्लास पढ़ाई, इससे बच्चों में इकोनॉमिक्स में रूचि बढ़ी, उनमें विषय अवधारणाओं की स्पष्टता बढ़ी और इसी कारन हमें ऐसा रिजल्ट देखनें को मिला।
इस दौरान टॉप पोजिशन हासिल करने वाले विद्यार्थी अत्यंत प्रसन्न दिखे। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कॉलेज एवम अपने विभाग को दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें सदैव ही विभाग की तरफ से हर सम्भव सहायता प्रदान की गई। विभाग के अध्यापकों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि विभाग के सभी अध्यापक पूरी लगन से उन्हें पढ़ाते हैं एवम विद्यार्थियों की हर समस्या को बहुत ही ध्यान से समझ के उसका निवारण करते हैं। यही कारण है कि आज हम सभी ऐसा परिणाम ला सके हैं। इसलिए हम अपने विभाग के अध्यापकों के अति धन्यवादी हैं।