जालन्धर (JJS) मोहित:- डीएवी कॉलेज, जालन्धर में ट्रेनिंग एवम प्लेसमेंट सेल की तरफ से "स्पोकन इंग्लिश एवम कॉन्फिडेंस बिल्डिंग" पर 4 दिवसीय प्लेसमेंट वर्कशॉप का आगाज़ हुआ। इस प्लेसमेंट ट्रेनिंग वर्कशॉप का उद्देश्य विद्यार्थियों को भविष्य में होने वाली प्लेसमेंट ड्राइव के लिए तैयार करना है। इस प्लेसमेंट ट्रेनिंग वर्कशॉप का शुभारंभ मुख्यातिथि एवम कॉलेज के प्रिंसिपल डा. एस. के. अरोड़ा, वाईस प्रिंसिपल प्रो. वी.के. सरीन, वाईस प्रिंसिपल प्रो. अरुण मेहरा, रजिस्ट्रार प्रो. अजय अग्रवाल, डीन रीसर्च डा. निश्चय बहल एवम डीन ट्रेनिंग एवम प्लेसमेंट सेल प्रो. मानव अग्रवाल द्वारा किया गया। यह वर्कशॉप 4 दिन तक चलेगी जिसमें विद्यार्थियों को भविष्य में विभिन्न कम्पनियों द्वारा लिए जाने वाले साक्षत्कारों में आने वाली सबसे बड़ी मुश्किल अंग्रेज़ी भाषा का कम ज्ञान एवम विश्वास की कमी को दूर करने पर ज़ोर दिया जाएगा। इस 4 दिवसीय वर्कशॉप में बोलने की कला, स्पोकन इंग्लिश, ग्रुप डिस्कशन, शिष्टाचार एवम आत्मविश्वास को बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी।.
प्रिंसिपल डा. एस. के. अरोड़ा ने इस दौरान कहा कि डीएवी कॉलेज में शिक्षा का स्तर सदैव ऊंचा रहा है। एक कॉलेज की जिम्मेदारी बनती है कि वो अपने विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करे ताकि वो एक सफल व्यवसाय में जा सके। लेकिन एक शिक्षण संस्थान की यह भी जिम्मेदारी बनती है कि वो अपने विद्यार्थियों को सफल व्यवसाय में जाने के लिए भी तैयार करे। क्योंकि किताबी ज्ञान के इलावा प्रैक्टिकल ज्ञान भी अति आवश्यक है। इस 4 दिवसीय प्लेसमेंट वर्कशॉप के आयोजन का उद्देश्य भी यही है कि आप सभी को भविष्य में होने वाले साक्षत्कारों के लिए पहले से ही तैयार करना। उन्होंने इस दौरान सभी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
इस वर्कशॉप के स्पीकर राहुल शर्मा जी होंगे, जो विद्यार्थियों को शिष्टाचार, आत्मविश्वास बढ़ाने एवम अंग्रेज़ी भाषा को सीखने की कला सीखाएंगे। उन्होंने कहा कि इंटरव्यू के समय या किसी मंच पर बोलते समय कई लोगो के हाथ-पैर इसलिए फूल जाते हैं क्योंकि उनको खुद पर विश्वास नहीं होता। आत्मविश्वास की कमी के कारण हमारा व्यक्तित्व पर नकारात्मक असर पड़ता है। कई बार आत्मविश्वास की कमी के कारण आने वाली कई बड़ी संभावनाएं हमसे छूट जाती हैं। आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए हमें बार प्रयत्न करना होगा, नकरात्मक बातों और नकारात्मक लोगों का त्याग करना होगा। अपने मजबूत पक्षों को और मजबूत करें। एक्सटेम्पोर, डिबेट इसमें सहायक हो सकते हैं।
उन्होंने भाषा पर जोर देते हुए कहा कि अपनी भाषा हर किसी को आनी चाहिए, लेकिन अंग्रेज़ी एक अंतराष्ट्रीय भाषा होने के कारण इसका ज्ञान होना भी अति आवश्यक है। विद्यार्थियों को अंग्रेज़ी मुश्किल लगती है, लेकिन कोई भी भाषा सीखना मुश्किल नहीं है। किसी भी भाषा को सीखने के लिए उसके माहौल में जाना आवश्यक है। इसलिए अंग्रेजी सीखने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा अंग्रेजी के माहौल में रहना जरूरी है और आप अधिक से अधिक अंग्रेजी सुनें। इसके लिए आप मूवी, गाने, स्पीच आदि का सहारा ले सकते हैं। लेकिन इस वक्त आपको पूरा सेनटेंस समझने की जरूरत नहीं है और आप सिर्फ बोलने का तरीका सीखें। डीन ट्रेनिंग एवम प्लेसमेंट सेल प्रो मानव अग्रवाल ने इस दौरान श्री राहुल शर्मा द्वारा अपना अमूल्य समय विद्यार्थियों को देने के लिए उनका धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्री राहुल ने बहुत ही बाखूबी विद्यार्थियों को शिष्टाचार, बोलने की कला एवम ग्रुप डिस्कशन के बारे जानकारी दी, जो आपको भविष्य में बहुत लाभकारी सिद्द होगी। इस 4 दिवसीय वर्कशॉप में 4 दिनों में आप बहुत कुछ नया सीखेंगे एवम मैं उम्मीद करता हूँ कि इन 4 दिनों के बाद आप अपने अंदर इतना आत्मविश्वास पाएंगे कि आप कभी किसी भी जॉब इंटरव्यू में खुद को सफल साबित करेंगे। इस दौरान प्रो भुवन लाम्बा एवम प्रो. नैना को एवम विद्यार्थी मौजूद रहे।