जालन्धर (JJS) मोहित:- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में तुर्की एवं भारतीय कलाकारों के साथ त्रिदिवसीय आर्ट सिम्पोजियम एवं वर्कशॉप का आयोजन किया गया । आर्ट सिम्पोजियम के पहले दिन प्राचार्य डॉ सुचरिता शर्मा ने सभी कलाकारों को सुगंधित पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया । आर्ट सिम्पोजियम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्राचार्य डॉ सुचरिता शर्मा ने अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए कहा कि फाइन आर्ट्स कॉलेज होने के कारण हमारा सदा यही प्रयास रहता है कि न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार भी यहां पर आते रहें ताकि हमारे डिजाइन बी.एफ.ए, एम.एफ.ए, फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों को यह पता चल सके कि कला का फलक असीम है और जब तक वे इसके प्रति जुनून पैदा नहीं करेंगे वह इस क्षेत्र विशेष में अपने लिए स्थान नहीं बना सकते उन्होंने कहा इस तरह के इंटरनेॅशनल आर्ट सिम्पोजियम दोनों देशों के सांस्कृतिक आदान-प्रदान का भी सशक्त माध्यम है ।
जहाँ एक तरफ टर्की आर्टिस्ट भारतीय संस्कृति के रंगों में रंगे जायेंगे वहाँ दूसरी तरफ हमारे विद्यार्थी एव प्राद्यापकगण भी टर्की सभ्यता एवं संस्कृति की झलक देख पाएंगे । आर्ट सिम्पोजियम में 11 कलाकार टर्की की विभिन्न प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में कार्यरत हैं एवं चार कलाकार भारतीय हैं ।
इंटरनेशनल आर्ट सिम्पोजियम के पहले दिन प्रोफेसर डॉ ओरहन ने ढोल की थाप एवं गिद्दे तथा भांगड़े के थिरकते कदमों के साथ एक्शन पेंटिंग बनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया । टर्की में एक्शन पेंटिंग बनाने के लिए सूफी म्यूजिक का आधार लिया जाता है जबकि आज पंजाब में गिद्दे एवं भंगड़े के उत्साहवर्दक रंगों को उनकी लय को, उनके जोश को उन्होंने खूबसूरती से अपनी पेंटिंग में उभारा । ये कलाकार 3 दिन कॉलेज में चित्रकला के माध्यम से विभिन्न तकनीकों से विद्यार्थियों को परिचित करवाएंगे । प्राचार्य डॉ सुचरिता शर्मा ने इंटरनेशनल आर्ट सिम्पोजियम के आयोजन के लिए चंडीगढ़ के पंजाब ललित कला अकादमी के वरिष्ठ कलाकार मदन लाल एवं बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स के प्राध्यापक अनिल गुप्ता के प्रयासों की भरपूर सराहना की।