अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस-2017 के उपलक्ष्य पर अद्वितीय रहा डी ए वी कॉलेज, जालंधर में रक्त दान शिविर आय
जालंधर : डी ए वी कॉलेज, जालंधर में एन सी सी, रेड रिबन क्लब एवं यूथ सर्विस डिपार्टमेंट द्वारा अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस-2017 के उपलक्ष्य पर रक्दान शिविर का आयोजन किया। कॉलेज के स्टाफ ने भी बढ़ चढ़ कर रक्तदान किया। इस दौरान 72 विद्यार्थिओं ने रक्दान किया और 20 विद्यार्थिओं ने पहली बार रक्दान किया।
शिविर में खास बात यह रही कि रक्तदान करने के लिए छात्रों से लेकर छात्राएं भी बढ़-चढ़कर पहुंची। शिविर में आयोजनकर्ताओं ने रक्तदाताओं के लिए फल, कॉफी बिस्कुट की व्यवस्था की थी।
रक्त दान शिविर का आरम्भ डॉ नवनीत कौर, इंचार्ज ब्लड बैंक, सिविल हस्पताल, जालंधर ने करवाया। इस कैंप में लगभग 150 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। उन्होंने रक्तदान को महादान बताया। इसके इलावा उन्होंने कहा कि रक्तदान से संबंधित कई भ्रांतियां है जिनमें कोई सच्चाई नहीं है। इस मौके पर सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने छात्र छात्राओं का रक्त संग्रहित करने से पहले उनका हीमोग्लोबिन जांचा। चिकित्सकों ने बताया कि लड़कियां व लड़के समान रूप से रक्तदान कर सकती हैं। रक्तदाता विद्यार्थियों को बैज लगाये और प्रमाण पत्र भी दिये गये
इस मौके पर कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ एस के अरोरा ने सबको प्रेरित करते हुए कहा कि रक्तदान को महादान के तौर पर देखा जाता है। देश व दुनिया में नित्य दुर्घटनाएं होती रहती है। इसलिए रक्तदान के द्वारा एकत्रित हुई रक्त को हस्पतालों में उपलब्ध कराया जाता है जिससे दुर्घटना ग्रस्त मरीज को समय पर रक्त उपलब्ध हो जाता है । रक्त की एक बूँद भी किसी के लिए जीवनदायनी हो सकती है।
प्रो. एस के मिड्डा को-ऑर्डिनेटर एनएसएस ने विद्यार्थिओं द्वारा किए जाने वाले रक्दान के लिए उनका अभिवादन किया एवं भी रक्दान के लिए ऐसे ही कार्य करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया की हर 18 वर्ष का व्यस्क जो पूर्णत स्वस्थ है, रक्दान कर सकता है। उन्होंने रक्दान को सबसे बड़ा दान बताया।
प्रो. लखबीर सिंह (प्रेजिडेंट, पहल) रक्त दान करना बहुत ही पुण्य का कार्य है। आपके द्वारा किया गया रक्त दान किसी को एक नया जीवन प्रदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करना चाहिए।
इस रक्तदान शिविर में छात्राओं का अपूर्व उत्साह देखा गया। अनेक छात्राओं ने पहली बार रक्तदान किया। कई छात्राओं ने जरूरतमंदो के लिए रक्तदान करने का संकल्प व्यक्त किया।